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11-Jul-2025 07:24 AM
By First Bihar
Bihar Rain Alert: बिहार में मानसून ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को राज्य के 18 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जिसमें भारी बारिश, वज्रपात और 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं की चेतावनी दी गई है। इन जिलों में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने किसानों और खुले स्थानों पर रहने वालों से सतर्कता बरतने की अपील की है, खासकर वज्रपात के दौरान पेड़ों के नीचे न खड़े होने की सलाह दी गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार 16 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव क्षेत्र के कारण मानसूनी ट्रफ लाइन बिहार की ओर शिफ्ट होगी, जिससे पूरे राज्य में व्यापक बारिश होगी। 20 जुलाई तक कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है जो धान की बुआई और रोपनी के लिए राहतकारी होगी। हालांकि, इस साल जून के अंत और जुलाई के पहले 10 दिनों में सामान्य से 52% कम बारिश (133 मिमी बनाम 275 मिमी) ने किसानों को चिंता में डाल दिया था, क्योंकि खेतों में नमी की कमी से फसल रोपाई प्रभावित हुई।
पटना में शुक्रवार को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जहां तापमान 35 डिग्री सेल्सियस (अधिकतम) और 27 डिग्री (न्यूनतम) के आसपास रहेगा। नमी का स्तर 80-85% होने से उमस भरी गर्मी का अहसास होगा। बीते 24 घंटों में लखीसराय में हल्की बारिश दर्ज की गई, जबकि औरंगाबाद (35.4 डिग्री) सबसे गर्म और गया (27.5 डिग्री) सबसे ठंडा रहा। दक्षिण बिहार के जिलों जैसे पटना, गया, भोजपुर, नालंदा और औरंगाबाद में बारिश की कमी से खेती पर असर पड़ा है।
नेपाल में हो रही भारी बारिश के कारण बिहार की नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। गोपालगंज में गंडक नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है, जबकि पटना में गंगा का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। इससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने नदी किनारे बसे गांवों में सतर्कता बरतने और सेल्फी या नौकायन जैसे जोखिम भरे कार्यों से बचने की सलाह दी है। 16 जुलाई से होने वाली बारिश किसानों के लिए राहत लाएगी, लेकिन वज्रपात और बाढ़ के खतरे को देखते हुए सावधानी भी बेहद जरूरी है।