मुजफ्फरपुर रेल पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 2025 में अपराध पर प्रहार, 1100 से अधिक आरोपी भेजे गए जेल पटना में 2025 में आधा हो गया क्राइम, पुलिस ने आंकड़े जारी कर किया दावा, 2024 में हुई घटनाओं की तुलना में इस साल बेहद कम वाकये हुए पूर्णिया में बिजली स्मार्ट मीटर रिचार्ज करने के नाम पर ठगी: भाजपा नेता के दो अकाउंट से उड़ाये 85 हजार रुपये Bihar Cabinet: 'मंगल पांडेय' के पास पटना से लेकर दिल्ली तक फ्लैट, सिर्फ 1 अकाउंट में एक करोड़ से अधिक जमा, भंडार में किलो के भाव से सोना-चांदी हिजाब विवाद: डॉ. नुसरत प्रवीण ने आज भी नहीं की नौकरी ज्वाइन, लास्ट डेट खत्म Bihar Cabinet: सम्राट चौधरी के पास कितनी है संपत्ति..साल के अंतिम दिन खुद बताया, रायफल-पिस्टल और भी बहुत कुछ.... Bihar Cabinet: साल के अंतिम दिन CM नीतीश ने घोषित की अपनी संपत्ति, नकद और बैंक में कितना रू है,जानें.... Bihar Police: मोतिहारी नगर निगम का वार्ड पार्षद पति फरार..SP ने 10 हजार रू का इनाम घोषित किया Bihar Transport News: बिहार में गाड़ियों की 'मैन्युअली फिटनेस जांच' पर रोक...कल से लागू होगी नई व्यवस्था, परिवहन मंत्रालय ने भेजा गाईडलाइन 1 करोड़ लोगों को सरकारी नौकरी और रोजगार देगी सरकार, बोले सम्राट चौधरी..बिहार के युवा मजदूरी करने नहीं, सम्मानजनक रोजगार पाने जाएं बाहर
14-Jul-2025 09:41 PM
By First Bihar
PATNA: पिछले साल नीतीश कुमार के पालाबदल कर बीजेपी के साथ जाने के बाद जेडीयू विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त के मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने जांच तेज कर दिया है. पुलिस ने जेडीयू की तत्कालीन विधायक बीमा भारती समेत 4 लोगों को नोटिस भेजा है. बीमा भारती पर मोटी रकम लेने का आरोप है. वहीं, इस मामले में शेखपुरा से जेडीयू विधायक सुदर्शन कुमार पर शिकंजा कस रहा है.
बता दें कि पिछले साल जनवरी में नीतीश कुमार ने आरजेडी से पल्ला झाड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. इसके बाद नई सरकार के विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान बड़े पैमाने पर पैसे का खेल होने का आरोप लगा था. इस मामले में जदयू विधायक सुधांशु कुमार ने 11 फरवरी 2024 को पटना के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर में जदयू विधायक ने आरोप लगाया था कि कई एनडीए विधायकों को महागठबंधन के पक्ष में वोट दिलाने के लिए मंत्री पद और 10-10 करोड़ रुपये का प्रलोभन दिया गया था. इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए केस को आर्थिक अपराध इकाई यानि ईओयू को ट्रांसफर कर दिया गया था.
बीमा भारती समेत चार को नोटिस
विधायकों की खरीद फरोख्त की साजिश मामले में आर्थिक अपराध इकाई की जांच जारी है. ईओयू ने इस मामले में पूर्व विधायक और आरजेडी नेत्री बीमा भारती समेत चार लोगों को नोटिस भेजा है. इन सबों को पूछताछ के लिए आर्थिक अपराध इकाई के कार्यालय में 21 जुलाई को बुलाया गया है. पूर्व विधायक बीमा भारती के अलावा संजय पटेल, प्रमोद कुमार और सनी कुमार को ईओयू ने नोटिस जारी किया है.
एक औऱ जेडीयू विधायक को नोटिस की तैयारी
ईओयू सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जेडीयू के एक और विधायक सुदर्शन कुमार को भी नोटिस भेजा जा सकता है. दरअसल, ईओयू ने विधायकों के खरीद फरोख्त के मामले में 25 जून को मामले के आरोपी इंजीनियर सुनील कुमार से लंबी पूछताछ की थी. इंजीनियर सुनील कुमार पर विधायकों की खरीद फरोख्त के लिए पैसे देने का आरोप लगा है. सुनील कुमार को तेजस्वी यादव का करीबी बताया जा रहा है. ईओयू के पास जो सबूत मौजूद हैं, उनमें विधायकों के खरीद-फरोख्त में बालू माफियाओं से मिलने वाले पैसों के इस्तेमाल की बात भी सामने आयी है.
ईओयू द्वारा विधायक खरीद मामले में ई सुनील से हुई पूछताछ में एक बालू कारोबारी आलोक यादव का नाम सामने आया था. ईओयू सूत्रों के मुताबिक आलोक यादव के जरिये विधायक सुदर्शन कुमार को मैनेज करने की कोशिश की गयी थी. आलोक यादव भी इंजीनियर सुनील का बेहद करीबी बताया जा रहा है. ईओयू ने आलोक यादव और विधायक सुदर्शन कुमार के कॉल डिटेल और लोकेशन की जांच की है . दोनों के बीच हुए वाट्सअप कॉल को भी डिकोड किया गया है. जो जानकारी है उसके मुताबिक आलोक यादव ने 2024 में नीतीश सरकार के विश्वास मत के दौरान विधायक सुदर्शन कुमार के पेट्रोल पंप के अकाउंट में काफी मोटी राशि भेजी थी. उस लेन देन की भी जांच की गयी है. ईओयू इस मामले में पूछताछ के लिए आरजेडी नेता ई सुनील को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी है. ईओयू की जांच में जेडीयू के दो और विधायकों के बारे में सबूत मिले हैं. उन सब को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.