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20-Feb-2025 07:59 AM
By First Bihar
Bihar Land Survey : बिहार में जमीन सर्वें का काम जारी है। इसको लेकर हर दिन कोई न कोई नया अपडेट निकल कर सामने आता ही रहता है। ऐसे में अब एक ताजा अपडेट उनलोगों के लिए निकलकर सामने आ रहा है जो अपनी जमीन की मापी करवाना चाहते हैं। अब इस काम के लिए रैयत का उपस्थित रहना अनिवार्य नहीं है। इसके बाद काफी लोगों को बड़ी राहत मिली है।
दरअसल, विशेष सर्वेक्षण को लेकर गांव-गांव चल रहे जागरूकता अभियान के बाद मार्च महीने में ग्राउंड सर्वे शुरू होगा। इसके लिए सर्वेक्षण टीम की तैयारी चल रही है। इससे पहले जमीन सर्वे के रैयतों को स्वघोषणा की समय सीमा मार्च तक तय की गयी है। अब यह स्वघोषणा ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से की जा सकेगी।
जबकि अंचल स्तर पर कार्यरत विशेष सर्वेक्षण शिविरों में रैयत अपनी स्वघोषणा, कागजात और वंशावली जमा कर सकते हैं। अब इसी लक्ष्य के अनुसार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमीन सर्वे को लेकर जरूरी गतिविधियों की समय सीमा पर तय करना शुरू कर दिया है। जमीन का सर्वे करवाने के लिए किसी भी भूमि के रैयत को शारीरिक रूप से उपस्थित होना अनिवार्य नहीं है बल्कि राज्य से बाहर रहनेवाले सभी भूमि मालिक आसानी से ऑनलाइन जाकर अपनी जमीन का सर्वे करवाने के लिए ऑनलाइन अप्लाइ कर सकते हैं और इस सर्वे करा सकते हैं।
जमीन मापी के समय किसी तरह के विवाद होने पर संबंधित जमीन मालिक का प्रतिनिधि होना चाहिए। रैयतों को सर्वेक्षण की प्रक्रिया में सभी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं।ऑनलाइन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए निदेशालय की वेबसाइट lrs.bihar.gov.in पर जाएं या अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से बिहार सर्वे ट्रैकर एप डाउनलोड कर सकते हैं।
इधर, राज्य में जमीन का राजस्व रिकॉर्ड अपडेट करने के लिए जमाबंदी पंजी के आंकड़ों को शामिल करना जरूरी हैं। खासकर सरकारी परियोजनाओं के निर्माण में जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना से पहले जमाबंदी पंजी के आधार पर ही राजस्व रिकॉर्ड अपडेट किया जायेगा। इसके साथ ही अधिग्रहित जमीन के किस्म के निरीक्षण के दौरान उसका सत्यापन खतियान के आधार पर किया जायेगा।अधिग्रहित जमीन के सीमांकन के समय ड्रोन स्टील फोटोग्राफी करवाई जायेगी। यह निर्देश राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने संबंधित अधिकारियों को दिया है।