Bihar Politics: 'राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज हो फ्रॉडिज्म का केस' गिरिराज सिंह ने क्यों की यह मांग? Bihar Politics: 'राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज हो फ्रॉडिज्म का केस' गिरिराज सिंह ने क्यों की यह मांग? Bihar News: ऑनलाइन ऑर्डर में निकला रद्दी कागज, डिलीवरी ब्वॉय को छात्रों ने बनाया बंधक Bihar Assembly Elections 2025: इस दिन आपको भी घर से निकलना है बाहर तो ध्यान दें, बदल दिए गया शहर का ट्रैफिक रुल; पढ़िए पूरी खबर BIHAR ELECTION :JDU विधायक पर बगावत, कार्यकर्ताओं ने मंत्री के सामने उठाई टिकट काटने की मांग; क्या नीतीश कुमार पूरी करेंगे मांग BIHAR POLICE : विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस अलर्ट, वाहन चेकिंग में हथियार के साथ युवक गिरफ्तार Vice President of India: सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ, लंबे समय के बाद सामने आए धनखड़ BIHAR NEWS : पटना-बख्तियारपुर NH-30 पर भीषण सड़क हादसा, परिजनों ने किया सड़क जाम Corruption in Bihar : नोट जलाने वाले RWD इंजीनियर विनोद राय पर आय से अधिक संपत्ति का केस, करोड़ों की संपत्ति और नोट बरामद Bihar Assembly Elections 2025: क्या मुस्लिम वोट बैंक पर अब भी RJD का है वर्चस्व? आंकड़े बताते हैं सच; जानिए...
12-Sep-2025 07:19 AM
By First Bihar
Bihar News: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सौगातों की बरसात हो रही है। सड़क, पानी, रोजगार और बीजली आदि सभी व्यवस्थाओं को पूर्ण करने में सरकार जुटी हुई है। साथ ही एनडीए की ओर से लगातार जनता का दिल जितने की कोशिश की जा रही है। केंद्र से बड़ी योजनाओं की घोषणा की जा रही है। दूसरी ओर बिहार इस समय बाढ़ के कहर को झेल रहा है। गांव के गांव डूब गए है। ऐसे में अब केंद्र सरकार की ओर से बिहार को बड़े पमाने पर बाढ़ से निपटने और बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार बिहार को जल संसाधन क्षेत्र में सहायता देने के लिए 11,500 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद प्रदान करेगी। इसको लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने गुरुवार को पटना में बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, विभाग के प्रधान सचिव संतोष मल्ल और अन्य आला अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की।
बैठक के दौरान बिहार में बाढ़ नियंत्रण, नदी जोड़ परियोजनाएं और सिंचाई सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने से जुड़ी योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। इसके साथ ही मंत्री पाटिल ने वीरपुर, कोसी-मेची नदी जोड़ परियोजना स्थल, पश्चिमी कोसी नहर और बागमती नदी के तटबंध का हवाई सर्वेक्षण भी किया। उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री राजभूषण चौधरी और बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी भी उपस्थित थे।
इस दौरान राज्य सरकार के अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री को बिहार में बाढ़ की मौजूदा स्थिति और उससे जुड़ी चुनौतियों से अवगत कराया। मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि बाढ़ से हर साल हजारों एकड़ फसल नष्ट होती है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इन केंद्रीय परियोजनाओं से कृषि उत्पादन और किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, साथ ही बाढ़ नियंत्रण के प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री पाटिल ने यह भी स्पष्ट किया कि जल संसाधन मंत्रालय राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और लंबित परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि परियोजनाओं की निगरानी नियमित रूप से की जाए ताकि किसी भी तरह की देरी या रुकावट से बचा जा सके।
केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत 11,500 करोड़ रुपये की यह राशि कोसी, बागमती और गंडक नदी बेसिन में बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई विस्तार, तटबंधों के सुदृढ़ीकरण और नदी जोड़ परियोजनाओं पर खर्च की जाएगी। इन योजनाओं से राज्य के लाखों किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है। अब देखना ये है कि बिहार के लिए इतनी बड़ी रकम का उपयोग उन पड़ितों के लिए होता है या फिर हर बार की तरह भष्टाचार के खाते तक सीमित रह जाता है।