ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Assembly : अरे बैठिए न ...', संसदीय कार्य मंत्री ने विपक्ष के आरोप पर कहा - चुनाव के बीच महिलायों इस वजह से दिए गए पैसे, क्योंकि... Bihar Assembly : सम्राट चौधरी से भयभीत दिख रहे हैं विपक्ष के नेता, सदन में बोले चिराग के विधायक - गरीबों के साथ नहीं होगा अन्याय Bihar Legislative Council : CM नीतीश कुमार से पहले बोलने पर राबड़ी देवी ने जताई नाराजगी, विपक्ष ने परिषद में किया वॉकआउट Anugrah Narayan Medical College : विपक्ष ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठाया सवाल, स्पीकर ने स्वयं दिया जवाब और RJD विधायक को कहा – “मेरे साथ चलकर देखिए, शिकायत दूर होगी” Bihar Assembly Winter Session: ‘आप लोग काहे नहीं काम करते हैं जी’, सदन में मजाकिया अंदाज में सीएम नीतीश ने विपक्ष को खूब सुनाया Bihar Assembly Winter Session: ‘आप लोग काहे नहीं काम करते हैं जी’, सदन में मजाकिया अंदाज में सीएम नीतीश ने विपक्ष को खूब सुनाया Bihar Assembly : Bihar Assembly : किसी दूसरे जात के कोख से पैदा हुए हो का जी ....? विधानसभा में दलित समाज की चर्चा पर भड़के JDU विधायक, राजद के विधायक को लेकर कह दी यह बातें Tejashwi Yadav : नेता विरोधी दल सदन में नहीं हैं .... विधानसभा में आज भी नहीं पहुंचे तेजस्वी,स्पीकर ने पुकारा नाम तो सत्ता पक्ष ने ली चुटकी Bihar Assembly : सब कीजिए नमन जी ....,' CM नीतीश कुमार ने विपक्ष को कहा - आपलोग मोदी जी का नमन काहे नहीं करते है,आप भी कीजिए Bihar Assembly : नीतीश कुमार ने शीतकालीन सत्र में राज्यपाल अभिभाषण पर रखा बिहार के शिक्षा और स्वास्थ्य में किए गए विकास का पूरा ब्यौरा

Bihar News: बिहार का मुजफ्फरपुर बना तस्करी का सॉफ्ट रूट, देश के कोने- कोने पहुंच रहे नशीले पदार्थ और हथियार

Bihar News: उत्तर बिहार की अघोषित राजधानी मुजफ्फरपुर अब प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी के लिए सॉफ्ट रूट के रूप में उभरता जा रहा है. दिल्ली, मुंबई और नॉर्थ ईस्ट तक प्रतिबंधित नशे के पदार्थों, हथियारों और कीमती वस्तुओं की खेप मुजफ्फरपुर होकर गुजर रही है.

Bihar News

08-Jun-2025 10:53 AM

By First Bihar

Bihar News: उत्तर बिहार की अघोषित राजधानी मुजफ्फरपुर अब प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी के लिए सॉफ्ट रूट के रूप में उभरता जा रहा है। दिल्ली, मुंबई और नॉर्थ ईस्ट तक प्रतिबंधित नशे के पदार्थों, हथियारों और कीमती वस्तुओं की खेप मुजफ्फरपुर होकर गुजर रही है। इसको लेकर एक केंद्रीय एजेंसी ने उत्तर बिहार के सभी जिला पुलिस इकाइयों को अलर्ट किया है और तस्करों से जुड़ी गुप्त जानकारियां भी साझा की हैं। इसके आधार पर नेपाल और पश्चिम बंगाल सीमावर्ती जिलों की पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) को भी अलर्ट पर रखा गया है।


सूत्रों के अनुसार, सिर्फ सड़क ही नहीं, रेल मार्ग से भी प्रतिबंधित सामग्री जैसे शराब, गांजा, अफीम, विदेशी सोना, हथियार और नशीले पदार्थ बड़ी आसानी से मुजफ्फरपुर पहुंचाए जा रहे हैं। यहां इन्हें ठिकाने लगाने का नेटवर्क इतना मजबूत हो चुका है कि तस्करों को पकड़ना दिन-ब-दिन चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है।


गत 5 मई को डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) ने 18 करोड़ रुपए मूल्य के विदेशी सोने की खेप जब्त की थी। वहीं, 9 जनवरी को मैठी टोल प्लाजा पर 80 लाख की विदेशी सिगरेट पकड़ी गई थी। दोनों ही मामलों में कैरियर गिरफ्तार किए गए थे। लगातार अहियापुर, सदर और उत्पाद विभाग की टीमें शराब की बड़ी खेप को पकड़ रही हैं। हर महीने लगभग 6-7 बड़ी जब्तियां हो रही हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह खेप चंपारण, मिथिलांचल और सीमांचल की ओर रवाना की जा रही थी।


मुजफ्फरपुर जंक्शन रेल रूट से तस्करी का दूसरा नाम बन गया है। यहां से गुजरने वाली राजधानी एक्सप्रेस, इंटरसिटी और अन्य ट्रेनों से एके-47 राइफल, कोकीन, हेरोइन, गांजा और विदेशी सुपाड़ी की खेप बरामद की गई है। वर्ष 2024 से अब तक जंक्शन पर कई दर्जन कैरियरों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।


रेल थाना प्रभारी रंजीत कुमार और आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार के अनुसार, प्रतिबंधित सामग्री की तस्करी रोकने के लिए क्यूआरटी (Quick Reaction Team) गठित की गई है। सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया है और ट्रेनों, प्लेटफॉर्म और संदिग्ध रूटों पर जवानों की तैनाती की गई है।


रेलवे थाने और आरपीएफ के एसबीआरबी डाटा के मुताबिक, जनवरी 2024 से अब तक मुजफ्फरपुर में शराब से जुड़े कुल 203 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें 150 से अधिक शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक दर्जन से अधिक महिलाएं भी शामिल हैं। साथ ही गांजा, हेरोइन और सोना की भी बड़ी जब्तियां हुई हैं। कस्टम और डीआरआई विभागों की सक्रियता के कारण कई मामलों में विदेशी सोना और मानव तस्कर भी गिरफ्तार हुए हैं।


रेल और सड़क किनारे बसे गांवों में जागरूकता अभियान चलाए गए हैं, जिसमें बताया गया कि जानवरों को पटरियों पर न छोड़ा जाए और नशे की तस्करी से बचा जाए। लेकिन इसके बावजूद तस्करी के आंकड़ों में गिरावट नहीं आई है, जो कि बेहद चिंताजनक है।