Dularchand Yadav murder : सूरजभान सिंह की भी हो जाएगी हत्या ! मोकामा पहुंचते ही निर्दलीय सांसद ने किया बड़ा खुलासा,कहा - बाहुबली को टिकट मिलेगा तो होंगे हादसे Bihar Election 2025: NDA का मेनिफेस्टो जारी, शारदा सिन्हा के नाम से बनेगा यूनिवर्सिटी; युवाओं के लिए भी बड़ा फैसला Mokama murder case : दुलारचंद हत्याकांड में अनंत सिंह ने लिया सूरजभान का नाम; अब बाहुबली नेता ने दिया जवाब,कहा - उच्च स्तरीय जांच में हो जाएगा दूध का ढूध पानी का पानी Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में प्रत्याशियों के लिए कड़ी सुरक्षा, हर समय साथ रहेंगे पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर Bihar Election 2025: किसानों के लिए NDA ने खोला खजाना, अब 2 हजार के बदले मिलेंगे इतने रुपए Dularchand Yadav Murder : मोकामा में चुनावी झड़प के बीच दुलारचंद यादव की संदिग्ध मौत, पोस्टमार्टम के लिए खुद शव लेकर निकली सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी; पुलिस छावनी में तब्दील हुआ पूरा इलाका Bihar Crime News: जेल परिसर में फांसी के फंदे से लटका मिला बंदी का शव, जांच में जुटी पुलिस Dularchand Yadav Murder : दुलारचंद यादव हत्या मामले में अनंत सिंह नामजद, NDA नेताओं ने राजनीति में हिंसा की निंदा की NDA Manifesto : KG से PG तक मुफ्त शिक्षा; बिहार में एनडीए का चुनावी संकल्प पत्र जारी; नौकरी, हाइवे, मेट्रो समेत इन चीजों पर रहा खास फोकस Dularchand Yadav Murder : दुलारचंद हत्याकांड मामले में सामने आया सीनियर पुलिस ऑफिसर का बयान; जानिए अनंत सिंह को लेकर पटना SSP ने क्या कहा
 
                     
                            23-May-2025 01:30 PM
By First Bihar
Bihar News: एक बार फिर खगड़िया सदर अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां इमरजेंसी मरीज को स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। सड़क दुर्घटना में घायल एक युवक को इलाज के लिए इस अस्पताल लाया गया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया। इस कारण परिजनों को मरीज को खुद उठाकर वार्ड तक ले जाना पड़ा।
इस वाकये के वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि स्ट्रेचर न मिलने के कारण परिजन मरीज को कैसे खुद ही ले जा रहे हैं। घायल मरीज की पहचान चुकती निवासी सुजीत कुमार के रूप में हुई है, जो सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। उसे गंभीर हालत में सदर अस्पताल लाया गया, लेकिन स्ट्रेचर न मिलने के कारण परिजनों को उसे उठाकर इलाज के लिए भर्ती कराना पड़ा।
घायल के परिजनों ने बताया कि जब वे सदर अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी वार्ड के पास एक स्टाफ को रखा गया है, लेकिन न तो स्टाफ मौजूद था और न ही स्ट्रेचर उपलब्ध कराया गया। मजबूरन उन्हें मरीज को खुद ही उठाकर ले जाना पड़ा।
हालांकि, बिहार सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन इस घटना से जमीनी हकीकत कुछ और ही सामने आती है। इस लापरवाही ने एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अनिश कुमार की रिपोर्ट