पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
02-Jan-2025 04:01 PM
By AJIT
JEHANABAD: जहानाबाद शहर में अस्पताल मोड़ के पास स्थित एक निजी क्लिनिक में एक दुखद घटना घटी, जहाँ जाफरगंज निवासी अक्सर मंसूरी की 9 महीने की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्ची का पिछले दो दिनों से डॉ. अशोक कुमार के क्लिनिक में डायरिया का इलाज चल रहा था।
बच्ची की मौत से गुस्साए परिजनों ने डॉ. अशोक कुमार को क्लिनिक में ही बंधक बना लिया और जमकर हंगामा मचाया। सूचना मिलने पर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुँची और परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद डॉक्टर को मुक्त कराया गया। मृत बच्ची के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने उन्हें बच्ची की स्थिति के बारे में सही जानकारी नहीं दी।
उनके अनुसार, डॉक्टर बार-बार यही कहते रहे कि बच्ची ठीक हो जाएगी, जबकि अंततः उसकी मौत हो गई। परिजनों का यह भी कहना है कि अगर डॉक्टर को लगता था कि केस उनके हाथ से बाहर है, तो उन्हें बच्ची को पटना या किसी अन्य बेहतर जगह ले जाने की सलाह देनी चाहिए थी, जिससे वे बच्ची का उचित इलाज करवा पाते। यह घटना चिकित्सा लापरवाही के आरोपों और मरीजों के परिजनों की भावनाओं को उजागर करती है।