ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: जल्द शुरू होगा बिहार के इस महत्वपूर्ण फोरलेन का निर्माण कार्य, एजेंसी की लापरवाही के कारण वर्षों से ठप पड़ा है काम; नई कंपनी को मिला जिम्मा Bihar News: जल्द शुरू होगा बिहार के इस महत्वपूर्ण फोरलेन का निर्माण कार्य, एजेंसी की लापरवाही के कारण वर्षों से ठप पड़ा है काम; नई कंपनी को मिला जिम्मा PM Narendra Modi: पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे बिहार NDA के सभी सांसद, चुनाव में मिली प्रचंड जीत के लिए जताएंगे आभार PM Narendra Modi: पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे बिहार NDA के सभी सांसद, चुनाव में मिली प्रचंड जीत के लिए जताएंगे आभार Patna Police: आखिर पटना पुलिस को क्यों चाहिए पांच एकड़ जमीन? सामने आई यह बड़ी वजह, जानिए.. Patna Police: आखिर पटना पुलिस को क्यों चाहिए पांच एकड़ जमीन? सामने आई यह बड़ी वजह, जानिए.. Bihar News: बिहार में ट्रकों से अवैध वसूली का खेल, जेपी सेतु पर ट्रैफिक जवान ने डॉक्टर को पीटा; यातायात पुलिस पर गंभीर आरोप CM Nitish Kumar: अधिकारियों के साथ सुबह- सुबह कहां रवाना हो गए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार? सीएम हाउस के बाहर हलचल हो गई तेज CM Nitish Kumar: अधिकारियों के साथ सुबह- सुबह कहां रवाना हो गए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार? सीएम हाउस के बाहर हलचल हो गई तेज Bihar News: बिहार के गृह विभाग ने निजी सुरक्षा एजेंसियों को जारी किया जरूरी निर्देश, अगर यह काम किया तो होगा सख्त एक्शन

बच्ची की मौत के बाद गुस्साएं परिजनों ने क्लीनिक में किया हंगामा, डॉक्टर को बना लिया बंधक

डॉक्टर को लोग धरती का भगवान मानते हैं। लेकिन जहानाबाद में बच्ची की मौत के बाद गुस्साएं परिजनों ने धरती के भगवान को ही बंधक बना लिया और इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार की क्लिनिक पर लोगों ने जमकर हंगामा मचाया

HOSPITAL ME HUNGAMA

02-Jan-2025 04:01 PM

By AJIT

JEHANABAD: जहानाबाद शहर में अस्पताल मोड़ के पास स्थित एक निजी क्लिनिक में एक दुखद घटना घटी, जहाँ जाफरगंज निवासी अक्सर मंसूरी की 9 महीने की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्ची का पिछले दो दिनों से डॉ. अशोक कुमार के क्लिनिक में डायरिया का इलाज चल रहा था। 


बच्ची की मौत से गुस्साए परिजनों ने डॉ. अशोक कुमार को क्लिनिक में ही बंधक बना लिया और जमकर हंगामा मचाया। सूचना मिलने पर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुँची और परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद डॉक्टर को मुक्त कराया गया। मृत बच्ची के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने उन्हें बच्ची की स्थिति के बारे में सही जानकारी नहीं दी। 


उनके अनुसार, डॉक्टर बार-बार यही कहते रहे कि बच्ची ठीक हो जाएगी, जबकि अंततः उसकी मौत हो गई। परिजनों का यह भी कहना है कि अगर डॉक्टर को लगता था कि केस उनके हाथ से बाहर है, तो उन्हें बच्ची को पटना या किसी अन्य बेहतर जगह ले जाने की सलाह देनी चाहिए थी, जिससे वे बच्ची का उचित इलाज करवा पाते। यह घटना चिकित्सा लापरवाही के आरोपों और मरीजों के परिजनों की भावनाओं को उजागर करती है।