पटना के प्राइवेट नर्सिंग होम में महिला की मौत के बाद हंगामा, पैसे की लालच में मरीज को रेफर नहीं करने का आरोप बगहा में बुलडोजर देख अतिक्रमणकारियों ने पुआल में लगा दी आग, काफी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने पाया काबू वैशाली में एसपी सिंगला कंपनी के मिक्सिंग पॉइंट पर भीषण आग: एलडी लिक्विड लोडेड ट्रक फटा PATNA CRIME: हथियार लहराना पड़ गया भारी, एजी कॉलोनी में पिस्टल के साथ युवक गिरफ्तार, जेडीयू MLC के साथ तस्वीर आई सामने बोधगया में दहेज के लिए बारातियों ने मचाया उत्पात: जमकर चले बर्तन और कुर्सी, दुल्हन पक्ष ने तोड़ दी शादी Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश गोपालगंज में सरकारी पोखर की जमीन पर वर्षों से था कब्जा, नोटिस देने के बावजूद नहीं हट रहे थे लोग, प्रशासन ने चला दिया बुलडोजर IAS राज कुमार ने संभाला परिवहन सचिव का पदभार, पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में दिव्यांग बच्चों के लिए खुलेंगे स्पेशल स्कूल, कैबिनेट में जल्द आएगा प्रस्ताव; नीतीश सरकार का बड़ा प्लान
08-Apr-2025 07:49 PM
By First Bihar
Gaya News: गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (ANMMCH) के इमरजेंसी वार्ड की स्थिति को लेकर बीते दिनों समाचार प्रकाशित हुई , तो अस्पताल प्रशासन ने तत्काल सख्ती दिखाई। इसके परिणामस्वरूप अस्पताल में अब स्पष्ट सुधार देखने को मिल रहा है।
जहां दो दिन पहले तक मरीजों को सीधे बेड पर सिरिंज रखकर इंजेक्शन दिए जा रहे थे, वहीं अब नर्सें सिरिंज को ट्रे में रखकर मरीजों के पास जाकर इंजेक्शन देने लगी हैं। साथ ही, मरीजों और उनके परिजनों द्वारा कुछ पूछे जाने पर अब कर्मचारियों का व्यवहार भी पहले से ज्यादा नम्र और सहयोगात्मक हो गया है।
अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि इसी तरह की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि मरीजों को बेहतर सेवा मिल सके और वे असुविधा से बचें। एक मृतक मरीज के परिजन ने यह भी बताया कि मौत के बाद अस्पताल के कर्मचारी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए उनसे पूरी जानकारी ले रहे थे, जो पहले के मुकाबले असामान्य लेकिन सकारात्मक बदलाव है।
गौरतलब है कि मीडिया में खबर प्रसारित होने के बाद लापरवाही उजागर हुई थी , जिसमें तस्वीरों के साथ हालात दिखाए गए थे। इस रिपोर्ट के बाद अस्पताल के अधीक्षक ने तत्काल सख्ती बरतते हुए 72 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट तलब की थी। अधीक्षक के इस सख्त रुख का असर अब अस्पताल के माहौल में स्पष्ट रूप से सुधार दिख रहा है।