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04-Aug-2025 09:48 AM
By First Bihar
Bihar News: सावन मास की अंतिम सोमवारी के अवसर पर अरवल जिले के ऐतिहासिक मधुश्रवां शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। सुबह तीन बजे से ही मंदिर परिसर में भक्तों की लंबी कतारें लग गईं। दूर-दराज के गांवों और कस्बों से आए भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया और जल, बेलपत्र, अक्षत, भांग-धतूरा, रोड़ी सहित विभिन्न पूजा सामग्री अर्पित की। पूजा-अर्चना के दौरान मंदिर परिसर "हर-हर महादेव" और "बम-बम भोले" के जयकारों से गूंज उठा। महिला, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग सभी भक्ति में लीन होकर भगवान शिव से सुख-शांति की कामना करते दिखे।
स्थानीय पुजारी सुभाष चंद्र मिश्रा ने बताया कि सावन मास में भगवान शिव की विधिवत पूजा, जलाभिषेक, और बेलपत्र, भांग-धतूरा अर्पण करने से भक्तों के कष्टों का निवारण होता है और उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस अवसर पर मंदिर परिसर में धार्मिक उत्सव का माहौल रहा।
जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए थे। मंदिर परिसर और आसपास के मेले में पुलिस अधिकारियों, मजिस्ट्रेट और महिला-पुरुष पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। इस पूरे समय भक्तों का आना-जाना जारी रहा और सभी ने जिले की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
मंदिर के आसपास लगे मेले ने इस अवसर को और भी रंगीन बना दिया। मेले में ब्रेक डांस, नाव, मीनार बाजार जैसे खेलों के साथ-साथ खाने-पीने और सजावटी सामानों की दुकानें सजी थीं। पूजा के बाद श्रद्धालु मेले का आनंद लेते और खरीदारी करते हुए नजर आए। सावन की अंतिम सोमवारी पर मधुश्रवां शिव मंदिर में भक्ति और उल्लास का अनूठा संगम देखने को मिला। यह धार्मिक आयोजन एक बार फिर साबित करता है कि सावन मास में भगवान शिव के प्रति लोगों की आस्था अटूट है।
रिपोर्ट: मृत्युंजय कुमार