Vastu Tips: घर में शीशा कहां लगाना शुभ है और कहां नहीं, जानिए... सही दिशा का लाभ

Vastu Tips: हर व्यक्ति चाहता है कि उसके आशियाने यानी घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे। इसी कारण लोग वास्तु शास्त्र से जुड़े कई उपाय अपनाते हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है आईना या शीशा।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 22 Dec 2025 02:26:27 PM IST

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वास्तु टिप्स - फ़ोटो GOOGLE

Vastu Tips: हर व्यक्ति चाहता है कि उसके आशियाने यानी घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे। इसी कारण लोग वास्तु शास्त्र से जुड़े कई उपाय अपनाते हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है आईना या शीशा। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में शीशे का सही दिशा में होना घर की समृद्धि, सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा के लिए आवश्यक है। माना जाता है कि अगर शीशा सही दिशा में लगाया जाए तो यह धन, समृद्धि और खुशहाली को बढ़ाता है, जबकि गलत दिशा में लगाने से आर्थिक नुकसान और वास्तु दोष उत्पन्न हो सकते हैं।


उत्तर दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की उत्तर दिशा में शीशा लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह दिशा कुबेर देवता की मानी जाती है। उत्तर की दीवार पर शीशा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और धन-संपत्ति से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं। इसके अलावा, यह दिशा आर्थिक स्थिरता और कैश फ्लो को बेहतर बनाती है।


पूर्व दिशा

पूर्व दिशा में शीशा लगाने से जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है। यह दिशा सूर्य की दिशा होने के कारण सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य में सुधार लाती है। शीशा पूर्व दिशा में लगाने से परिवार में सौहार्द्र बढ़ता है और जीवन की बाधाएं कम होती हैं।


पश्चिम दिशा

पश्चिम दिशा में शीशा लगाने से परिवार में समृद्धि और पैसों की स्थिति में सुधार होता है। साथ ही, यह पारिवारिक संबंधों, दांपत्य जीवन और सामाजिक रिश्तों को भी सुदृढ़ बनाता है। हालांकि, किचन के सामने शीशा नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इससे अनावश्यक खर्च बढ़ सकता है और धन की स्थिरता प्रभावित होती है।


दक्षिण दिशा (अशुभ दिशा)

वास्तु के अनुसार, दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में शीशा लगाने से धन में कमी, कैश फ्लो में असंतुलन और परिवार में अशांति आ सकती है। इसलिए दक्षिण दिशा में शीशा लगाना अशुभ माना जाता है।


शीशा लगाने के लिए सामान्य सुझाव

घर में लगे शीशे का आकार 1 से 2 फीट या 4 फीट से कम होना चाहिए। शीशा हमेशा साफ और चमकदार होना चाहिए। टूटा हुआ या धुंधला शीशा कभी नहीं लगाना चाहिए। शीशा किसी भी कमरे में सीधे बिस्तर या खाने की जगह की ओर नहीं होना चाहिए। कमरे के अंदर शीशे को इस तरह रखें कि यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाए और नेगेटिव ऊर्जा को रोक सके।


ऐसे में, घर में शीशा लगाने की सही दिशा और उसकी देखभाल न केवल धन-संपत्ति को बनाए रखने में मदद करती है, बल्कि पारिवारिक संबंधों और स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होती है। सही दिशा और रखरखाव के साथ शीशा घर में सकारात्मक वातावरण बनाए रखता है और वास्तु दोषों को कम करता है।