1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 07 Mar 2025 07:47:25 AM IST
Saturn transit - फ़ोटो Saturn transit
Saturn transit: ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता और कर्मफल दाता माना जाता है। वे हर व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर फल देते हैं। इस वर्ष 29 मार्च 2025 को रात 11:01 बजे, शनिदेव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशियों के लिए यह गोचर शुभ फलदायी रहेगा, तो कुछ राशि वालों को साढ़ेसाती और ढैय्या की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
किन राशियों को मिलेगी राहत?
शनि के इस गोचर से निम्नलिखित राशि वालों को राहत मिलेगी:
मकर राशि – इस राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी, जिससे जीवन में नई ऊर्जा और सफलता का अनुभव होगा।
कर्क और वृश्चिक राशि – इन दोनों राशि वालों के लिए शनि की ढैय्या समाप्त होगी, जिससे जीवन में स्थिरता और आर्थिक उन्नति के अवसर मिलेंगे।
किन राशियों को होगी परेशानी?
मेष राशि – इस राशि पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा, जिससे कार्यक्षेत्र, स्वास्थ्य और व्यक्तिगत जीवन में कुछ परेशानियां आ सकती हैं।
सिंह और धनु राशि – इन दोनों राशियों पर शनि की ढैय्या प्रारंभ होगी, जिससे कुछ बाधाएं और संघर्ष देखने को मिल सकते हैं।
मेष राशि के जातक इन उपायों से करें शनि दोष शांति
मेष राशि के स्वामी मंगल देव हैं, और उनके आराध्य भगवान हनुमान जी हैं। इसलिए शनि दोष को कम करने के लिए हनुमान जी की पूजा करना लाभकारी रहेगा।
हनुमान चालीसा का नित्य पाठ करें।
मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी को सिंदूर और चोला चढ़ाएं।
शनि की कृपा पाने के लिए शनिवार के दिन काले तिल, काली उड़द, सरसों का तेल और लोहे का दान करें।
भगवान शिव की पूजा कर शनि की बाधाओं को कम करें।
सोमवार और शनिवार को जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।
शनि गोचर का समग्र प्रभाव
इस परिवर्तन से कुछ राशि वालों को नई सफलताएं और समृद्धि प्राप्त होगी, तो कुछ को धैर्य और संयम रखने की आवश्यकता होगी। शनि का प्रभाव हमेशा कर्मों पर निर्भर करता है, इसलिए इस समय सकारात्मक सोच, मेहनत और ईमानदारी से काम करने वाले लोग निश्चित रूप से लाभान्वित होंगे। शनि देव की कृपा सभी पर बनी रहे!