PATNA: तीन दिन पहले पेशी के दौरान ज्यूडिशियल कस्टडी में यूट्यूबर मनीष कश्यप द्वारा लालू और तेजस्वी को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर पांच पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। मनीष को बेऊर जेल से लाने और ले जाने वाली एस्कॉर्ट टीम में शामिल पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है जबकि एस्कॉर्ट टीम में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
दरअसल, तीन दिन पहले पटना पुलिस की एस्कॉर्ट टीम यूट्यूबर मनीष कश्यप को पेशी के लिए सिविल कोर्ट लेकर पहुंची थी। इस दौरान वहां मौजूद यूट्यूबर्स से बात करते हुए मनीष ने लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए कहा था कि, ‘मैं फौजी का बेटा हूं, चारा चोर नहीं। इन लोगों के आगे नहीं झुकूंगा, यह हथकड़ी ईमानदार आदमी के हाथ लगी है। मेरे दादा चीन से युद्ध में लड़े, मेरे पिता पाकिस्तान से युद्ध में लड़े थे। मैं 6 महीने से चुप रहा, कोर्ट आता था और चुपचाप जेल वापस लौट जाता था लेकिन अब पानी सिर के ऊपर से बह रहा है। अब तो हद हो गई है, मुझे गंजेड़ी, नशेड़ी के बीच में बिठा जाता है। वो लोग मेरे मुंह पर फूंकते हैं, मेरा सिर दर्द होने लगता है, लेकिन पुलिस कुछ नहीं करती। एक दिन हम सरकार बनाएंगे और बताएंगे कैसे सरकार चलती है’।
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने संज्ञान लेते हुए पटना एसएसपी राजीव मित्रा को जांच का निर्देश दिया था। शुरुआती जांच में दोषी पाए पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुलिस मुख्यालय ने एक्शन लिया है।ज्यूडिशियल कस्टडी में मनीष कश्यप द्वारा दिए इस बयान को लेकर पटना पुलिस ने 5 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है जबकि एस्कॉर्ट टीम में शामिल पुलिसकर्मियों से भी शो कॉज किया गया है।
बता दें कि यूट्यूबर मनीष कश्यप ने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ कथित हिंसा का वीडियो वायरल किया था। बिहार और तमिलनाडु सरकार ने जांच के बाद वीडियो को फर्जी बताया था। फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में बिहार पुलिस और और तमिलनाडु की पुलिस ने मनीष कश्यप के खिलाफ मामले दर्ज किए। इतना ही नहीं तमिलनाडु सरकार ने मनीष कश्यप के खिलाफ NSA भी लगाया था। फिलहाल मनीष पटना के बेउर जेल में बंद है।