PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री बिहार के जिस राज को जंगलराज नहीं बल्कि जनताराज बता रहे थे, उसकी कलई नीतीश कुमार के जनताराज वाले बयान के 24 घंटे के भीतर खुल गयी. राजधानी पटना में राजद के एक पूर्व एमएलसी के बेटे ने थाने में घुसकर डीएसपी को गालियां दी, धकेला और कॉलर पकड लिया. पूरा थाना राजद नेता के बेटे के सामने गिड़गिडाता रहा और वह पुलिस को भद्दी गालियां देता रहा. नौकरी के लिए प्रदर्शन करने वालों पर बर्बर लाठियां बरसाने वाली पुलिस हाथ-पैर जोड़ती रही. पुलिस की हिम्मत नहीं हुई कि वह दबंग राजद नेता के बेटे को गिरफ्तार कर सके. देर रात जब मीडिया ने खबर चलायी तो पूरे देश में फिर से जंगलराज का शोर मचा. फिर थाने में मेहमान की तरह बिठा कर रखे गये राजद नेता के बेटे पर मामूली धारा लगाकर केस दर्ज किया गया है.
राजधानी पटना के पीरबहोर थाने में शुक्रवार की देर रात कर ये ड्रामा चलता रहा. सत्ता के गुमान में थाने में घुस आये राजद के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद के बेटे अशफर अहमद ने थाने में ही डीएसपी की वर्दी पर हाथ डाल दिया. पीरबहोर के थानेदार ने मीडिया के सामने कबूल किया कि अशफर अहमद ने जो किया वह बताने लायक नहीं है. लेकिन नौकरी के लिए प्रदर्शन करने वाले निहत्थे युवकों को बर्बरता से पीटने वाली पटना पुलिस राजद नेता के दबंग बेटे के सामने गिडगिड़ाती रही. खुद पीरबहोर थाने के थानेदार ने मीडिया के सामने कबूल किया कि जब वह कानून को रौंद रहा था तो पुलिस उसे समझा रही थी. पुलिस ने उसे काफी देर तक समझाया लेकिन वह नहीं माना. डीएसपी के साथ गालीगलौज कर कॉलर पकड़ने वाले राजद नेता के बेटे को पुलिस ने ये सब होने के बाद घंटो थाने में मेहमान की तरह बिठाये रखा. इस घटना में उसके बाप और राजद के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद के भी शामिल होने की बात सामने आयी है लेकिन पुलिस ने अनवर को थाने से बाईज्जत विदा कर दिया. थानेदार ने खुद मीडिया के सामने स्वीकार किया कि उन्हें उपर के आदेश का इंतजार है. उपर से आदेश आया तो देर रात मामूली धारा लगाकर राजद नेता के बेटे अशफर अहमद को पीरबहोर थाने से दूसरे थाने में भेज दिया गया. अशफर अहमद पटना के वार्ड नंबर 40 का पूर्व वार्ड पार्षद भी है.
पूरी कहानी समझिये
दरअसल गुरूवार की रात पीरबहोर इलाके में पुलिस को देखकर भाग रहे चार युवकों को पीरबहोर थाने की पुलिस ने खदेड़ा था. पुलिस ने उनमें से दो को पकड़ लिया था. इसके बाद स्थानीय गुंडों ने पुलिस को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था. असमाजिक तत्वों की पिटाई से पुलिस का एक सिपाही बुरी तरह जख्मी हो गया था. पुलिस ने हमलावरों में से एक को पकड़ लिया था. पुलिस जैसे ही उस हमलावर को लेकर थाने पहुंची वैसे ही 40-50 लोग थाने में घुस आये थे और पुलिस की पकड़ में आये व्यक्ति को छोड़ने का दबाव बनाने लगे. पुलिस ने जैसे-तैसे उनका मान-मनौव्वल कर उन्हें समझाया.
राजद का पूर्व MLC बेटे के साथ थाने में घुसा
गुरूवार की रात हुई इस घटना के बाद शुक्रवार को पुलिस के आलाधिकारी पीरबहोर थाने पहुंचे. डीएसपी अशोक सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, जहां गुरूवार की रात पुलिसकर्मियों की पिटाई की गयी थी. इसी क्रम में पुलिस ने एक दुकानदार को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया. दुकानदार को लेकर डीएसपी पीरबहोर थाने में चले आये. डीएसपी के थाने पहुंचने के बाद कुछ देर बाद ही राजद का पूर्व एमएलसी अनवर अहमद और उनका बेटा अशफर अहमद लोगों की जमात के साथ थाने में घुस गया. उसके बाद उसने थाने में गुंडई की हद कर दी. पीरबहोर के थानेदार ने इस संबंध में मीडिया को बताया
“जैसे ही पुलिस दुकानदार को लेकर थाने में आयी, अशफर अहमद अपने आदमियों के साथ थाने में पहुंच गये. अशफर अहमद ने डीएसपी से पूछा कि दुकानदार को थाने में क्यों लाया गया है. पुलिस ने जानकारी दी कि उसे पूछताछ के लिए लाया गया है और पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया जायेगा.”
पीरबहोर थाने के थानेदार ने बताया कि अशफर अहमद ने दबाव बनाना शुरू कर दिया कि दुकानदार को अभी छोड़ना पड़ेगा. थानेदार के मुताबिक अशफर अहमद ने मर्यादा की सीमायें लांघ दी. थानेदार ने बताया कि थाना परिसर और थाने के भवन के अंदर ओडी अफसर की मौजूदगी में डीएसपी साहब के साथ दुर्व्यवहार किया. अशफर अहमद ने ढेर सारी गाली गलौज की भाषा का इस्तेमाल किया. उन्होंने ऐसी ऐसी गंदी बातें कहीं, जो कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है.
थानेदार ने खुलकर ये नहीं बताया कि डीएसपी के कपड़े तक फाड़ दिये गये. प्रत्यक्षदर्शी बता रहे हैं कि अशफर अहमद ने डीएसपी के कपड़े फाड़ दिये. थानेदार ने बताया कि अशफर अहमद को काफी देर तक समझाने बुझाने की कोशिश की गयी लेकिन वे नहीं माने. ऐसे में उन्हें रोका गया है. वरीय पुलिस पदाधिकारियों से बात कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
देर रात तक ड्रामा
पीरबहोर थाने में डीएसपी के साथ गालीगलौज, हाथापाई और दुर्व्यवहार का ये मामला शुक्रवार दोपहर का है. पुलिस राजद नेता के बेटे के सामने मिमयाती रही. शुक्रवार की शाम मीडिया को इस पूरे मामले की भनक मिली. इसके बाद मीडिया के लोग थाने पहुंचे. थानेदार ने डरे-सहमे जैसे तैसे कुछ बातें बतायीं. मीडिया के पहुंचने के बाद पुलिस के सामने कार्रवाई करना मजबूरी हो गयी थी. लिहाजा अशफर अहमद को थाने में मेहमान की तरह बिठा लिया गया. मामले को उपर बताया गया औऱ वहां से आदेश का इंतजार किया जाने लगा.
इस बीच टाउन डीएसपी अशोक सिंह मीडिया के सामने आये. पहले तो वे अपने साथ हुए बदसलूकी को बताने से हिचके. उन्होंने कहा कि थाने के पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी हुई है. मीडिया ने जब जोर देकर पूछा तो डीएसपी ने स्वीकारा कि उनके साथ भी बदसलूकी हुई है. रात के 9 बजे तक डीएसपी ये बताने को तैयार नहीं थे कि राजद नेता के बेटे अशफर अहमद के साथ क्या किया जायेगा.
थाने के बाहर होती रही गुंडागर्दी
राजद नेता की दबंगई के सामने गिडगिड़ाती पुलिस थाने में बैठी रही और बाहर अशफर अहमद के समर्थकों ने थाने के ठीक सामने रोड जाम कर दिया. स़ड़क पर गुजर रहे लोगों के साथ बदसलूकी की गयी. पुलिस थाने में बैठी रही. थाने के ठीक सामने हो रहे गुंडागर्दी को रोकने की भी हिम्मत पुलिस की नहीं हुई.
रात के 10 बजे के बाद पीरबहोर थाने में हलचल मची
इस बीच रात के 10 बजे थाने में हलचल हुई. थाने के अंदर से खबर मिली कि उपर से कार्रवाई की मंजूरी मिल गयी है. कुछ देर में कई थानों की पुलिस पीरबहोर थाने में पहुंची. इसके बाद सड़क जाम कर रहे लोगों की आरजू मिनन्त कर उन्हें रोड से हटाया गया. पुलिस ने जब काफी हाथ-पैर जोड़ा तो वे सडक जाम हटाने को राजी हुए.
पूर्व MLC को थाने से छोड़ा, बेटे पर मामूली धारा
इसके बाद पीरबहोर थाना पुलिस ने राजद के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद को थाने से इज्जत के साथ विदा कर दिया. अनवर अहमद जीत की मुद्रा में थाने से बाहर आये. इसके बाद डीएसपी अशोक सिंह ने बताया कि अनवर अहमद के बेटे अशफर अहमद को सरकारी काम में बाधा डालने यानि IPC की धारा 353 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर जेल भेजा जायेगा. रात के लगभग 12 बजे अशफर अहमद को पुलिस की 10 गाड़ियों की सुरक्षा में पीरबहोर थाने से निकाला गया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसे पीरबहोर से दूसरे थाने में शिफ्ट किया गया है. शनिवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर जेल भेजने की कार्रवाई की जायेगी.