DESK : विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने कहा कि अगर स्किल के प्रति अगर आप में आकर्षण नहीं है, कुछ नया सीखने की ललक नहीं है तो जीवन ठहर जाता है.आपका विकास वहीं रुक जाएगा.
जो लोगों में नया सिखने की ललक नहीं होती है उनको खुद की पर्सनालिटी को ही बोझ बना लेता है. वहीं स्किल के प्रति आकर्षण, जीने की ताकत देता है, जीने का उत्साह देता है. स्किल सिर्फ रोजी-रोटी और पैसे कमाने का जरिया नहीं है बल्कि जिंदगी में उमंग देता है.
इस दौरान पीएम मोदी ने नोलेज और स्किल को लेकर कहा कि दोनों में अंतर है. भारत में नोलेज और स्किल, दोनों में जो अंतर है, उसे समझते हुए ही काम हो रहा है. तेजी से बदलती हुई आज की दुनिया में अनेक सेक्टरों में लाखों स्किल लोगों की जरूरत है. विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं में तो बहुत बड़ी संभावनाएं बन रही हैं. पांच दिन पहले देश में श्रमिकों की स्किल मैपिंग का एक पोर्टल भी शुरू किया गया है. यह पोर्टल स्किल्ड लोगों को, स्किल्ड श्रमिकों की मैपिंग करने में अहम भूमिका निभाएगा. इससे एंप्लॉयर एक क्लिक में ही स्किल्ड मैप वाले वर्कर्स तक पहुंच पाएंगे. छोटी-बड़ी हर तरह की ऐसी ही स्किल, आत्मनिर्भर भारत की भी बहुत बड़ी शक्ति बनेगी.
पांच साल पहले आज ही के दिन कौशल भारत मिशन की शुरुआत की गई थी. कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा इस मौके पर एक डिजिटल सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है.