PATNA : पटना के विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग की घटना को आज दूसरा दिन है और अब इस मामले में जांच की शुरुआत होने जा रही है। विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग की घटना की जांच आईआईटी के स्पेशलिस्ट की टीम करेगी। आईआईटी की स्पेशल टीम जांच के लिए आज यानी शुक्रवार को विश्वेश्वरैया भवन पहुंचेगी और हालात का जायजा लेगी। इसके पहले भवन निर्माण विभाग की तरफ से बनाई गई अधिकारियों की 6 सदस्य की टीम ने गुरुवार को विश्वेशरैया भवन का जायजा लिया था और अपने स्तर से जांच शुरू की थी। इस टीम ने विश्वेश्वरैया भवन के चौथे से लेकर छठी मंजिल तक के अलग-अलग इलाके में जले हुए कमरों का निरीक्षण किया था विश्वेश्वरैया भवन में आग लगने की घटना को लेकर अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है। शास्त्रीनगर थाने में अभियंता प्रमुख ने F.I.R. दर्ज करवाई है। F.I.R. में लापरवाही के कारण आग लगने का जिक्र किया गया है, आग कैसे लगी इसका कोई जिक्र नहीं है।
विश्वेश्वरैया भवन में आग लगने की घटना के बाद आज भी यहां आम लोगों का प्रवेश वर्जित रहेगा। इसके लिए बजाप्ता भवन के मुख्य गेट पर ही एक बोर्ड लगा दिया गया है। गेट के बाहर पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है, साथ ही साथ विश्वेश्वरैया भवन के इलाके में पुलिस बल की तैनाती की गई है, जहां से दीवार तोड़कर आग बुझाने के लिए फायर फाइटिंग की टीम अंदर गई थी। आग लगने की घटना के दौरान एक सफाई कर्मी की मौत भी हो गई थी। इस सफाई कर्मी के परिवार को 4 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा। दम घुटने की वजह से 50 साल के सफाई कर्मी जगदीश प्रसाद की मौत बुधवार को हो गई थी।
विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग पर 17 घंटों तक कड़ी मशक्कत करने के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने आखिरकार काबू पाया था। इस आग में सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण कार्य विभाग को पहुंचा है। ग्रामीण कार्य विभाग में अब नुकसान के आकलन के लिए दो कमेटियां बनाई हैं। यह कमेटी पता लगाएगी कि विभाग को आखिर क्या–क्या नुकसान हुआ है। विभागीय सचिव पंकज कुमार पाल की तरफ से दो कमेटियों को जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।