PATNA: विश्व के सबसे ऊंचे और भव्य विराट रामायण मंदिर का निर्माण बिहार के पूर्वी चम्पारण में होने जा रहा हैस मंदिर का कार्य संटेक इंफ्रा सुलेशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जाना है. जिसके लिए केसरिया-चकिया पथ पर कथवलिया-बहुआरा के जानकी नगर में हाइड्रोलिक और अन्य मशीन पहुंच गयी हैं.
इसको लेकर कंपनी के डायरेक्टर सरवन झा ने जानकारी दी कि मंगलवार को 11 बजे से पूजा शुरू कर दी जाएगी. 11.40 में शिलान्यास कार्यारंभ के साथ सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर विजय मुहूर्त में बोरिंग स्टार्ट कर पाइलिंग का काम शुरू कर दिया जायेगा. इस भव्य मन्दिर के कुल 3102 भूगर्भ-खंभों में पहले भूगर्भ-खंभे की नींव रखी जाएगी. वही इसी साल 2023 के नवंबर तक पाइलिंग का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि साल 2025 के महाशिवरात्रि तक मन्दिर में विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग का स्थापना हो जाएगा. उस वर्ष के आखिर तक विराट रामायण मन्दिर बनकर तैयार हो जाएगा. मन्दिर के कुल 12 शिखरों की साज-सज्जा में और दो साल लगेंगे. विराट रामायण मन्दिर तीन मंजिल का होगा. मन्दिर में प्रवेश के बाद प्रथम पूज्य विघ्नहर्ता भगवान गणेश के दर्शन होंगे. वहां से बढ़ते ही काले ग्रेनाइट की चट्टान से बने विशाल शिवलिंग के दर्शन होंगे.