विपक्ष के रिपोर्ट कार्ड पर BJP का पलटवार, डॉ संजय जायसवाल बोले.. गालिब का ख्याल ना पालें तेजस्वी

विपक्ष के रिपोर्ट कार्ड पर BJP का पलटवार, डॉ संजय जायसवाल बोले.. गालिब का ख्याल ना पालें तेजस्वी

PATNA : बिहार की एनडीए सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दलों की तरफ से रिपोर्ट कार्ड जारी किए जाने पर भले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध ली हो लेकिन में बीजेपी रिपोर्ट कार्ड को लेकर आरजेडी पर पलटवार करती नजर आई है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जयसवाल ने आज तेजस्वी यादव को जवाब दिया है। संजय जायसवाल ने कहा है कि तेजस्वी यादव ग़ालिब का ख्याल न पालें क्योंकि बिहार में जो विकास की धारा बही है उसकी हकीकत सभी जानते हैं।


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने आरजेडी की तरफ से जारी किए गए रिपोर्ट कार्ड को फर्जीवाड़ा बताते हुए कहा है कि आज जो लोग करप्शन के मामले में सजायाफ्ता हैं वे अपने कार्यकर्ताओं से भ्रष्टाचार को मिटाने की अपील कर रहे हैं। जिनके शासनकाल को याद कर लोग आज भी सिहर जाते हैं वे एनडीए सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे हैं। उन्होंने आरजेडी के रिपोर्ट कार्ड पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर आरजेडी में ईमानदारी होती तो वह एनडीए और आरजेडी के शासनकाल की तुलनात्मक रिपोर्ट पेश करती लेकिन आरजेडी का रिपोर्ट कार्ड कुतर्कों का पुलिंदा भर है।


संजय जायसवाल ने आरजेडी के शासनकाल में बिहार में हुए नरसंहारों का जिक्र करते हुए कहा कि लालू-राबड़ी के शासनकाल में 1990 से लेकर 2000 में 118 नरसंहार की घटनाएं हुई थी, जिसमें 812 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। संजय जायसवाल ने कहा कि आरजेडी के युवराज को बताना चाहिए कि एनडीए राज आते ही ऐसा क्या हो गया कि नक्सली आतंक और नरसंहार का काला अध्याय एक झटके से समाप्त हो गया।


इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने आरजेडी शासनकाल से एनडीए शासनकाल की तुलना करते हुए आरजेडी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने लालू-राबड़ी शासनकाल में बिहार के विकास को गर्त में धकलने का आरोप आरजेडी पर लगाया। उन्होंने कहा कि बिहार में अब जंगलराज नहीं बल्कि सुशासन का राज है। संजय जायसवाल ने कहा कि लालू-राबड़ी के शासनकाल में बिहार में उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, सड़क की क्या स्थिति थी हर कोई जानता है।


उन्होंने तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो राजद शासनकाल और एनडीए शासनकाल की तुलनात्मक रिपोर्ट जारी करें। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को अपने रिपोर्ट कार्ड में यह भी बताना चाहिए था कि एक गरीब परिवार में जन्मे उनके पिता और उनके परिवार के पास अकुत संपत्ति कहां से आई।