विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव हुई BJP : चार राज्यों में की प्रभारी नियुक्ती : लिस्ट में कई बड़े नाम ; बढ़ जाएगी I.N.D.I.A की टेंशन

विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव हुई BJP : चार राज्यों में की प्रभारी नियुक्ती : लिस्ट में कई बड़े नाम ; बढ़ जाएगी I.N.D.I.A की टेंशन

DELHI : लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब बीजेपी ने चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने से पीछे रही बीजेपी अब विधानसभा चुनाव में उस कमी को पूरा करने की रणनीति बना रही है। यही वजह है कि पार्टी के पुराने और बड़े नेताओं को विधानसभा चुनाव की कमान सौंपी गई है।


देश के चार राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। जिन चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, उसमें महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चारों राज्यों के लिए प्रदेश चुनाव प्रभारी और सह प्रभारियों को नियुक्त कर दिया है। 


बीजेपी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बिहार बीजेपी के पूर्व प्रभारी भूपेंद्र यादव को प्रदेश चुनाव प्रभारी जबकि रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को प्रदेश चुनाव सह प्रभारी नियुक्त किया है। वहीं बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की कमान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को सौंपा है। धर्मेंद्र प्रधान को हरियाणा का चुनाव प्रभारी जबकि सांसद और पूर्व सीएम बिप्लव कुमार देब को सह प्रभारी नियुक्त किया है।


झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है। झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनाव प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व सरमा को झारखंड का सह प्रभारी नियुक्त किया है। दोनों ही नेता राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों मिलकर जेएमएम और कांग्रेस की टेंशन बढ़ाने वाले हैं।


वहीं जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दावा किया था कि पूरे देश में एनडीए चार सौ से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी हालांकि जो नतीजे सामने आए, उसने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी। केंद्र में सरकार तो एनडीए की बन गई लेकिन बीजेपी पूर्ण बहुमत को हासिल नहीं कर सकी। ऐसे में विधानसभा चुनाव में बीजेपी किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है।