PATNA : बिहार में विशेष भूमि सर्वेक्षण के काम में तेजी लाने के लिए बिहार सरकार ने अमीनों को नई जिम्मेदारी दी है। अब वे ग्रामवार खतियानी वंशावली तैयार करेंगे। इसके अलावा प्रत्येक अमीन को प्रतिदिन ऑनलाइन भूमि सर्वेक्षण सॉफ्टवेयर में कम से कम सौ खेसरा की एंट्री करनी होगी। यह निर्देश सर्वेक्षण कार्य में तेजी लाने के दिए गए हैं।
दरअसल, विशेष भूमि सर्वेक्षण के काम में तेजी लाने और रैयतों को सहुलियत देने के लिए अमीनों को नई जिम्मेदारी दी गई है। इसे लेकर बुधवार को जिला बंदोबस्त पदाधिकार ने सभी अमीन, कानूनगो और शिविर प्रभारियों के साथ बैठक की। बैठक में बताया गया कि सर्वेक्षण कार्य में लगाए गए अमीन ही अब ग्रामवार खतियानी वंशावली बनाएंगे। बंदोबस्त पदाधिकारी ने इसका शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है, ताकि रैयतों को इसके लिए भागदौड़ नहीं करनी पड़े।
इसके अलावा, प्रत्येक अमीन अब प्रतिदिन ऑनलाइन भूमि सर्वेक्षण सॉफ्टवेयर में कम से कम सौ खेसरा की एंट्री करेंगे। इसे अनिवार्य किया गया है। इससे कम एंट्री होने पर अमीनों को चिह्नित कर कार्रवाई करने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि भूमि सर्वेक्षण का काम कई गांवों में धीमी गति से हो रहा है। कुछ जगहों पर आधा-अधूरा काम होने की शिकायत मिली है। सभी संबंधितों को इसमें तेजी लाने को कहा गया है, ताकि सर्वेक्षण का काम ससमय पूरा हो सके।
उधर, अमीन गांव में उपस्थित होकर कैंप के माध्यम से प्रपत्र टू और स्वघोषित वंशावली रैयतों से प्राप्त करेंगे। साथ ही प्रपत्र टू भरना भी रैयतों को सिखाएंगे, क्योंकि सबसे अधिक प्रपत्र भरने में समस्या सामने आ रही है। रैयतों को इसमें परेशानी हो रही है। इसे देखते हुए अमीनों को यह जवाबदेही दी गई है।प्रपत्र टू में जमीन से संबंधित पूरी जानकारी देनी होती है। बंदोबस्त पदाधिकारी ने कहा कि अब प्रत्येक सप्ताह इसकी समीक्षा हाेगी और प्रतिदिन शाम को सर्वेक्षण कार्य से संबंधित रिपोर्ट ली जाएगी। विभागीय निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन करने को कहा है।