HAJIPUR: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने रविवार को साफ लहजे में कहा कि एक तरफ नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनना है और एक तरफ विपक्ष है, जिसको भी पीएम बनना है। ऐसे में न तो मुझे सीएम बनना है ना ही किसी निषाद को ही सीएम बनना है, हमें तो सिर्फ आरक्षण चाहिए। यह मांग कोई गलत नहीं है, अन्य राज्यों में आरक्षण है।
मुकेश सहनी ने जोर देकर कहा कि आज लोग कहते हैं कि मुकेश सहनी जात की राजनीति करता है लेकिन उन्हें मालूम होना चाहिए कि निषाद मेरे लिए जात नहीं है। अगर अपने परिवार का हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं तो कोई गुनाह नहीं कर रहा। उन्होंने लोगों में जोश भरते हुए कहा कि अगर परिवार के लिए लड़ाई लड़ना गुनाह है तो वे यह गुनाह सौ बार करने को तैयार हैं।
मुकेश सहनी रविवार को अपनी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में वैशाली पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। आज की संकल्प यात्रा की शुरुआत धरहरा प्रखंड से हुई। यहां बड़ी संख्या में महिला, बुजुर्ग, युवा सहित बच्चों ने सहनी का स्वागत किया। यहां लोगों ने आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए पढ़ाने का तथा संघर्ष करने का हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प लिया। यहां के बाद संकल्प यात्रा हरौली, पकड़ी, वैशाली गढ़, पटेढी होते हुए बेलसर हाट पहुंची। इन सभी जगहों पर सहनी ने लोगों के हाथ में गंगाजल देकर संकल्प करवाया।
लोगों को संकल्प दिलाते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि आरक्षण की लड़ाई संकल्पित होकर की गई तो सफलता अवश्य मिलेगी। हो सकता है हम आज हार जाएं, लेकिन कल फिर खड़ा होंगे और फिर लड़ेंगे। एक न एक दिन हम जरूर जीतेंगे। मुकेश सहनी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा अंग्रेजों की नीति फूट डालो और शासन करो पर चल रही है। भाजपा मान चुकी है कि अब बिहार में नीतीश कुमार नहीं मुकेश सहनी फैक्टर हो गया है। इस कारण हरि सहनी को विपक्ष का नेता बना दिया। भाजपा एक सहनी को बना कर निषाद में फूट डालना चाहती है। आज पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में निषादों को आरक्षण मिल रहा है लेकिन बिहार, यूपी, झारखंड को अब भी यह अधिकार नहीं दिया गया है।