उपेंद्र कुशवाहा ने BJP को सुनाई खरी–खरी, नीतीश के नेतृत्व के बिना गठबंधन नहीं, आरक्षण छिनने की साजिश हो रही

उपेंद्र कुशवाहा ने BJP को सुनाई खरी–खरी, नीतीश के नेतृत्व के बिना गठबंधन नहीं, आरक्षण छिनने की साजिश हो रही

PATNA : एनडीए में नेतृत्व के सवाल को लेकर बीजेपी और जेडीयू के बीच लगातार टकराव देखने को मिल रहा है। जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आज एक बार फिर बीजेपी को इस मसले पर खरी-खरी सुना दी है। 


पटना में जेडीयू की तरफ से आयोजित सम्राट अशोक जयंती समारोह के मंच से उपेंद्र कुशवाहा ने खुला ऐलान कर दिया है कि नेतृत्व के मसले पर उनकी पार्टी कोई समझौता करने नहीं जा रही है। नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और नीतीश के बगैर हम किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं हो सकते।


इतना ही नहीं उपेंद्र कुशवाहा ने आरक्षण को लेकर बड़ी साजिश की तरफ इशारा किया है। कुशवाहा ने कहा है कि जातीय जनगणना पर बीजेपी की चुप्पी बेहद खतरनाक है। बीजेपी के एक बड़े नेता ने केंद्र में मेरे मंत्री रहते हुए इस बात पर सहमति जताई थी कि जातीय जनगणना होनी चाहिए लेकिन बीजेपी बाद में अपने इस स्टैंड से पीछे हट गई। कुशवाहा ने आरोप लगाया कि अगर जातीय जनगणना नहीं हुई तो आरक्षण को खत्म कर दिया जाएगा। कुशवाहा ने कहा कि आरक्षण छीनने की साजिश रची जा रही है।


सम्राट अशोक की जयंती आज पटना में मनाई गयी। इस मौके पर जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंच को संबोधित किया। उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि महापुरुषों की जयंती मनायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक के छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ नेता लगातार अलग तरह के बयान देते रहते हैं। कुछ लोग गलत तरह की परंपरा की शुरुआत करने में लगे हुए हैं। 


एक साहित्यकार ने तो सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से कर दी थी जो सही नहीं है। वैसे लोगो को पुरस्कृत भी किया गया था। हम सबने इसका विरोध भी किया था। सभी राजनीतिक दल ने विरोध किया लेकिन उसके पुरस्कार की वापसी नहीं कराई गई। जब तक सहित्यकार दया प्रकाश की पुरस्कार वापसी नहीं कराई गई तब तक यह मांग जारी रहेगा। सीएम नीतीश ने सम्राट अशोक के लिए काफी कुछ किया। बीजेपी के नेता ने सम्राट अशोक की जयंती पर सार्वजनिक छूट्टी की भी घोषणा कर दी। एनडीए की सरकार ने नहीं बल्कि महागठबन्धन की सरकार में यह फैसला लिया गया था।


 सुशील मोदी ने जो तारीख बताया इससे लगता है शायद उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। बिना जानकारी के झंडे उठाने वाले कुशवाहा समाज के नेताओं को सोच समझकर बोलनी चाहिए। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में कुशवाहा पंचायती राज संस्था में आरक्षण रोकने का काम किया गया है। जातीय जनगणना को लेकर सभी लोगों को आवाज उठाने की जरूरत है। जातीय जनगणना के बिना कुछ भी संभव नहीं है। हम जब केंद्र में मंत्री थे तब बीजेपी की सरकार के बड़े मंत्री ने जातीय जनगणना कराने की बात स्वीकार की थी लेकिन आज बीजेपी इस पर चुप्पी साधे बैठी है।


जातीय जनगणना अगर नहीं हुआ तो हम सबका आरक्षण छीन लिया जाएगा। उपेंद्र कुशवाहा ने उन नेताओं के बारे में कहा कि सिर्फ होर्डिंग लगाने और भाषण देने से कुछ नहीं होने वाला है। जातीय जनगणना को लेकर पार्टी आगे बढ़े। हम सभी लोगों से चर्चा करने के लिए गाँव-गाँव तक जाकर चर्चा करने को तैयार हैं। 


जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि न्यायपालिका में जजों की बहाली में किसी तरह के कोई पारदर्शिता नहीं होती है। किसी तरह का आरक्षण नहीं होता है। ऐसे में गरीब के बच्चे कभी भी जज नहीं बन सकते। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नेतृत्व को लेकर हम किसी तरह की कोई समझौता नहीं कर सकते है और ना ही अपने सिद्धांतों के साथ किसी तरह का समझौता ही कर सकते हैं। हमारे नेता नीतीश कुमार है और इनके बिना नेतृत्व स्वीकार किसी भी हाल में नही होगा।


वही जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार की जनता के ताकत के कारण आज मुख्यमंत्री हैं। किसी के कृपा से नीतीश कुमार सीएम नहीं बने हैं।