Bihar News: दरभंगा में काल बनकर सड़क पर फर्राटे मारता रहा अनियंत्रित हाइवा, आधा दर्जन लोगों को कुचला Bihar News: 11 साल लिव-इन में रहने के बाद प्रेमी ने बेच दी प्रेमिका की जमीन, FIR के आदेश Bihar News: रेलवे का नियम बदलने से बढ़ी यात्रियों की परेशानी, वेटिंग टिकट मिलना भी हुआ मुश्किल Bihar News: इस जिले में लगेगा राज्य का पहला न्यूक्लियर पावर प्लांट, केंद्र को भेजा गया प्रस्ताव INDvsENG: दूसरे टेस्ट में इन खिलाड़ियों को मिलेगा मौका, सीरीज में वापसी के किए गिल का मास्टरप्लान तैयार Bihar Weather: आज बिहार के 26 जिलों में बारिश का अलर्ट, पूरे महीने कुछ ऐसा रहेगा मौसम का हाल BIHAR: मुंगेर में पुलिस से भिड़े परिजन, वारंटी को छुड़ाकर भगाया, फिर क्या हुआ जानिए? कटिहार में युवक की गोली मारकर हत्या, दो दिन में दो हत्या से इलाके में दहशत, कानून व्यवस्था पर सवाल गोपालगंज में मुठभेड़: 25 हजार के इनामी बदमाश महावीर यादव गिरफ्तार, पैर में लगी गोली IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं
1st Bihar Published by: Updated Tue, 29 Sep 2020 05:47:15 PM IST
- फ़ोटो
DELHI : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा बिहार के सीएम पद के दावेदार बन गये हैं. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उन्हें अपनी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया है. कुशवाहा और मायावती की पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन किया है.
कुशवाहा को मायावती का आशीर्वाद
बिहार में मुख्यधारा के दोनों गठबंधनों से निराशा के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने बहुजन समाज पार्टी से तालमेल कर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है. आज उन्होंने इसका एलान किया. उधर मायावती ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का एलान कर दिया.
मीडिया से बात करते हुए मायावती ने कहा कि बिहार में उनकी पार्टी ने उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और दूसरी पार्टियों के साथ तालमेल किया है. अगर उनका गठबंधन सत्ता में आता है तो उपेंद्र कुशवाहा मुख्यमंत्री बनाये जायेंगे. मायावती ने कहा कि उनका गठबंधन बिहार के लोगों को बेरोजगारी, गरीबी और बाढ़ जैसी समस्याओं से निजात दिलाने के एजेंडे पर चुनाव लड़ने जा रहा है. बिहार की मौजूदा सरकार और इससे पहले की सरकारों ने लोगों को सिर्फ धोखा दिया है. लेकिन बसपा और सहयोगी पार्टियां लोगों को इन समस्याओं से निदान दिलायेंगी.
ये दीगर बात है कि बसपा का बिहार में कोई जनाधार नहीं है. पिछले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी का एक भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत पाया था. लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही हश्र हुआ. हालांकि उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे बिहार के इलाकों में एक खास जाति पर उनका प्रभाव है. चुनाव में ये दिख भी जाता है.
उधर कुशवाहा का सियासी अस्तित्व खतरे में है. महागठबंधन में आरजेडी ने कोई भाव ही नहीं दिया. लिहाजा उन्हें महागठबंधन छोड़ना पड़ा. उसके बाद उन्होंने बीजेपी से बात करने की कोशिश की. लेकिन वहां भी बात नहीं बनी. उपेंद्र कुशवाहा चिराग पासवान से लेकर पप्पू यादव के दरवाजे पर घूम आये. लेकिन कहीं बात बनती नहीं दिखी. अब देखना होगा कि बसपा से उनका गठबंधन कितना असरदार होता है.