Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव के रोड शो की शोर में दब गई मरीज की चीख, 45 मिनट तक एंबुलेंस में तड़पती रही महिला Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव के रोड शो की शोर में दब गई मरीज की चीख, 45 मिनट तक एंबुलेंस में तड़पती रही महिला US Visa Rules 2025: अमेरिका ने वीज़ा नियमों में किया सख्त बदलाव, अगर ये बीमारियां हैं तो US में नहीं मिलेगी एंट्री US Visa Rules 2025: अमेरिका ने वीज़ा नियमों में किया सख्त बदलाव, अगर ये बीमारियां हैं तो US में नहीं मिलेगी एंट्री Government Office New Time Table: क्यों बदल गई सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग? जानिए.. अब कितने बजे खुलेंगे गवर्मेंट ऑफिस Government Office New Time Table: क्यों बदल गई सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग? जानिए.. अब कितने बजे खुलेंगे गवर्मेंट ऑफिस Bihar Election 2025: ‘बिहार में पहले चरण की वोटिंग के दौरान नहीं हुई कोई गड़बड़ी’, चुनाव आयोग का दावा Bihar Election 2025: ‘बिहार में पहले चरण की वोटिंग के दौरान नहीं हुई कोई गड़बड़ी’, चुनाव आयोग का दावा Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बसपा का बड़ा एक्शन, पार्टी उम्मीदवार को 6 साल के लिए निकाला Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बसपा का बड़ा एक्शन, पार्टी उम्मीदवार को 6 साल के लिए निकाला
1st Bihar Published by: Updated Mon, 01 Feb 2021 02:10:46 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश कर दिया है. आज के बजट में बड़ी बात ये है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने सरकरी कंपनियों में निजीकरण को बढ़ाने का ऐलान किया है. वित्त मंत्री ने BPCL, Air India, SCI,CCI, IDBI, BEML, Pawan Hans के निजीकरण का ऐलान किया है. ये सभी सरकारी कंपनियां काफी लंबे समय से घाटे में चल रही है और इन कंपनियों को घाटे से उबारने की तमाम विफल कोशिश के बाद सरकार ने इन्हें निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया है. विपक्षी दल इसका काफी विरोध कर रहे हैं. इतना ही नहीं एनडीए में भी अब घमासान शुरू हो गया है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने बजट के एलान के बाद काफी दुःख जताया है. मांझी इस बजट से खुश नहीं हैं.
सरकारी कंपनियां जो कि लंबे समय से घाटे में चल रही हैं, मोदी सरकार ने कंपनियों में अब और घाटा सहने के मूड में नहीं है. इसी कारण से इन्हें निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया गया है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि मोदी सरकार को निजीकरण से पहले प्राईवेट सेक्टर में आरक्षण का क़ानून बनाना चाहिए था. हालांकि सरकार ने ऐसा नहीं किया. मांझी ने ये भी कहा कि ऐसे बजट से आरक्षित वर्ग यानि कि एससी/एसटी तबके से आने वाले लोगों में सरकार के प्रति असंतोष बढ़ेगा.
केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के बजट में सरकरी कंपनियों में निजीकरण को बढ़ाने का ऐलान किया है. सरकारी कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं, जिनमें दो पब्लिक सेक्टर बैंक्स भी शामिल हैं और एक इश्योरेंस कंपनी में हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में बजट पेश करते हए कहा कि 2021-22 में 1.75 लाख करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य रखा गया है.
वित्त मंत्री ने कहा कि आईडीबीआई बैंक, बीपीसीएल, शिपिंग कॉर्पोरेशन, कंटेनर कॉर्पोरेशन, नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड में वित्त वर्ष 2021-22 में रणनीतिक बिक्री का काम पूरा हो जाएगा. एलआईसी में आईपीओ की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इसके लिए कानून में संशोधन किया जाएगा. सीतारमण ने कहा कि घाटे में चल रही सार्वजनिक कंपनियों को बंद करने के तंत्र को तेज किया जाएगा और राज्यों को सार्वजनिक उपक्रमों में हिस्सेदारी बेचने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक प्रोत्साहन पैकेज लाया जाएगा.