DESK : दुनिया भर की नजरें यूक्रेन संकट पर टिकी हुई हैं। यूक्रेन को लेकर रूस से पीछे हटने को तैयार नहीं है। यूरोप के तमाम देशों ने अब रूस के खिलाफ अपनी सैन्य तैनाती बढ़ा दी है। इस बीच बड़ी खबर यह है कि रूस ने परमाणु शक्ति का प्रदर्शन किया है। यूएस बॉम्बर्स बी 52 की तैनाती के बाद रूस ने यह कदम उठाया है। यूक्रेन को लेकर रूस और अमेरिका आमने-सामने खड़े हैं और दुनिया एक बार फिर से परमाणु युद्ध के दरवाजे पर नजर आ रही है। अमेरिका ने परमाणु हमला करने में सक्षम बी 52 बॉम्बर्स को यूरोप में तैनात कर दिया है। इसे देखते हुए रूस ने भी अपने परमाणु शक्ति का प्रदर्शन किया है।
अमेरिका और रूस के बीच के तनाव को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अहम बैठक बुलाई गई थी लेकिन यहां भी रूस और उसके विरोधी देशों के बीच तनाव देखने को मिला। इस बैठक के में भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। एक तरफ यूरोप के कई देश रूस के खिलाफ लामबंद हैं। उन्होंने अपने-अपने फाइटर जेट की तैनाती कर दी है तो वहीं रूस यूक्रेन के मसले पर पीछे हटने को तैयार नहीं है। रूस ने यूक्रेन पर हमले के लिए ट्रायल भी शुरू कर दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को अपने परमाणु हथियारों की याद पहले ही दिला दी थी।
न्यूक्लियर हथियार के मामले में रोज ज्यादा ताकतवर नजर आता है। पुतिन ने समाचार एजेंसियों के साथ बातचीत में कहा था कि हमें पता है कि नाटो की संयुक्त ताकत के सामने हमारा और उसका मुकाबला नहीं है लेकिन हम यह समझते हैं कि हमारे पास जो परमाणु शक्ति है उसके आगे पूरी दुनिया झुक सकती है। उन्होंने कहा कि अगर हालात हमारे विपरीत जाते हैं तो हम हर ताकत का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं। इशारों ही इशारों में पुतिन यह भी बता चुके हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो परमाणु बम का इस्तेमाल करने से भी पीछे नहीं हटेगा। शायद यही वजह है कि अमेरिका ने भी परमाणु हथियारों को ले जाने वाले बी 52 बोम्बर्स को यूरोप में तैनात कर रखा है।