ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: CBI की विशेष अदालत में सृजन घोटाले का ट्रायल शुरू, पूर्व DM बीरेन्द्र यादव आरोप तय Bihar News: अब बिहार सरकार नहीं बनाएगी नेशनल हाईवे, निर्माण और मरम्मत का जिम्मा NHAI के हवाले Bihar News: बिहार-झारखंड के इन शहरों के बीच फिर होगा स्पेशल ट्रेन का परिचालन, यात्रियों के लिए बड़ी राहत Bihar News: पटना में युवक की आत्महत्या से मची सनसनी, जांच में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, बाढ़ का संकट और भी गहराया.. सहरसा में रुई के गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल की 4 गाड़ियों ने पाया काबू अरवल में इनोवा कार से 481 लीटर अंग्रेज़ी शराब बरामद, पटना का तस्कर गिरफ्तार Bihar Crime News: कारोबारी की चाकू मारकर हत्या, गले और चेहरे पर 15 से अधिक वार; पैसों के विवाद में हत्या की आशंका Bihar Crime News: कारोबारी की चाकू मारकर हत्या, गले और चेहरे पर 15 से अधिक वार; पैसों के विवाद में हत्या की आशंका Bihar Crime News: बिहार में पेशी के दौरान कोर्ट कैंपस से कैदी फरार, पुलिस ने घर से दबोचा

'तो इस वजह से बिहार में इस बार BJP को मिली कम सीट ...; समीक्षा बैठक में बोले विस्तारक- मंत्री बनने के बाद नेता नहीं सुनते कार्यकर्ताओं की बात

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 13 Jun 2024 07:39:55 AM IST

'तो इस वजह से बिहार में इस बार BJP को मिली कम सीट ...; समीक्षा बैठक में बोले विस्तारक-  मंत्री बनने के बाद नेता नहीं सुनते कार्यकर्ताओं की बात

- फ़ोटो

PATNA : लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम सामने आ चुका है। इस बार पिछली बार की तुलना में एनडीए को बिहार में कुल 9 सीटों का नुकसान हुआ है और इसमें सबसे अधिक नुकसान भाजपा को उठानी पड़ी है। इसके बाद अब भाजपा की हार के पीछे की वजह भी धीरे-धीरे सामने आ रही है। ऐसे में अब पार्टी की तरफ से की गई समीक्षा बैठक में एक बड़ी वजह निकलकर सामने आई है। इसमें पार्टी कार्यकर्ताओं की तरफ से बिहार सरकार में मंत्री बने कुछ नेताओं और गठबंधन को लेकर भी बड़े इशारे किए गए हैं।


दरअसल, बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 17 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली भाजपा को इस बार महज 12 सीटों पर जीत हासिल हुई है। इसके बाद अब पार्टी की तरफ से फीडबैक लेना शुरू कर दिया गया है। इस दौरान कई विस्तारकों ने प्रदेश अध्यक्ष से चुनाव को लेकर अपने अनुभव साझा किये हैं। इसके बाद जो मुद्दा सबसे प्रमुख रूप से निकलकर सामने आया है वह यह है कि इस बार जदयू का वोट भाजपा के कैंडिडेट के लिए शिफ्ट नहीं हो पाया है। लेकिन इससे भी गंभीर आरोप विस्तारकों की तरफ से पार्टी नेता पर लगाया गया है। विस्तारकों की तरफ से कहा गया है कि पार्टी कोटे से मंत्री बने नेता किसी से मुलाकात करने में आनाकानी करते हैं। 


लोकसभा-विधानसभा के विस्तारक से चुनाव पर जब फीडबैक लिया गया तो उन्होंने कहा कि चुनाव में कई मंडल अध्यक्षों ने सहयोग नहीं किया। कुछ ने कहा कि पार्टी कोटे से सरकार में मंत्री बनने के बाद कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है। मंत्री अपेक्षित मदद नहीं कर रहे हैं। मुलाकात में भी आनाकानी करते हैं। 


वहीं, विस्तारकों की शिकायत सुनकर प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह एक प्रमुख समस्या है और इसे हम गंभीरता से लेते हैं। इसको लेकर जल्द ही कोई नंबर जारी किया जाएगा ताकि पार्टी के कार्यकर्ता सीधे मंत्री तक अपनी बात पहुंचा सकें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अभी से ही आगामी विधानसभा चुनाव कि तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। ताकि पार्टी को अपेक्षा से अधिक सीटें हासिल हो सके। 


उधर सम्राट चौधरी ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का संगठन के प्रति समर्पण और सेवा भाव की सराहना करते हुए कहा कि एनडीए सरकार के विजय में सभी लोगों का साथ है कार्यकर्ता ही हमारी पूंजी हैं और इनके बल पर ही हम चुनाव में बहुमत हासिल करते हैं। ऐसे में इन लोगों की नाराजगी उचित नहीं है और इसे जल्द से जल्द दूर किया जाएगा।