DESK: आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का शुद्धिकरण सोमवार को किया गया। सुबह 6 बजे से 10 बजे तक 4 घंटे महाशांति यज्ञ किया गया। जिसमें तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के अधिकारी और पुजारी शामिल थे। मंदिर के शुद्धिकरण के बाद पुजारी ने कहा कि सब कुछ शुद्ध हो गया है। अब चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि वो अब प्रसाद खा सकते हैं और इसे घर भी ले जा सकते हैं।
बीते दिनों आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने घोषणा की थी कि मंदिर की सफाई करायी जाएगी। उन्होंने कहा था कि लड्डुओं में पशु चर्बी की मिलावट को लेकर संतों, पुजारियों और हिंदू धर्म के अन्य शीर्ष विशेषज्ञों से परामर्श की जाएगी। परामर्श के बाद सरकार तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के संबंध में फैसला लेगी। सीएम नायडू ने दावा किया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकेटेश्वर मंदिर को भी नहीं बख्शा और अपने अनोखे स्वाद के लिए चर्चित लोकप्रिय तिरुपति लड्डुओं को बनाने में घटिया सामग्री व पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया।
अयोध्या में भी तिरुमाला जैसा लड्डू बनाने की कोशिश की गयी थी। यहां के कारीगरों को भी अयोध्या ले जाया गया लेकिन वहां यह काम नहीं हो पाया। सीएम नायडू ने बताया कि अयोध्या के लोगों ने मुझे इस बारे में बताया था। पशु चर्बी के आरोपों और लड्डुओं में इस्तेमाल घी की जांच की गयी थी। एनडीडीबी प्रयोगशाला की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई थी लेकिन वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने इसका खंडन किया तब यह नायडू ने सवाल किया कि 320 रुपये किलो से भी कम कीमत पर गाय का घी कैसे खरीदा जा सकता है? तिरुपति मंदिर के लड्डुओं की जांच के लिए SIT बनायी गयी है। SIT की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वही जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग की। कहा कि इस प्रकरण में करोड़ों भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है इसलिए दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। ऐसे लोगों को फांसी की सजा देनी चाहिए। जगद्गुरु परमहंस ने इस मामले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष रखने की बात कही। वही सोमवार की सुबह 6 बजे से लेकर 10 बजे तक आंध्र प्रदेश के तिरुपति स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का 'शुद्धिकरण' किया गया। मंदिर में 4 घंटे तक 'शांति होमम् पंचगव्य प्रोक्षण' अनुष्ठान चला।