बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन इन चीजों पर रहेगी छूट, आप भी ले सकते हैं लाभ; जानिए क्या है तरीका बिहार चुनाव 2025: अब मोबाइल से मिनटों में डाउनलोड करें अपना वोटर आईडी कार्ड, जानिए DigiLocker से पूरा प्रोसेस Bihar Election 2025: पहले चरण में 121 विधानसभा सीटों पर मतदान कल, इतने बूथों पर होगी वोटिंग; चुनाव आयोग ने किए पुख्ता इंतजाम Bihar Election 2025: बिहार चुनाव बना वैश्विक लोकतंत्र की सीख का केंद्र, इतने देशों के अधिकारी पहुंचे पटना; EVM सेंटर से पोलिंग बूथ तक लेंगे जानकारी Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण: 18 जिलों की 121 सीटों पर कल पड़ेगा वोट, 3.75 करोड़ मतदाता करेंगे इतने उम्मीदवारों का फैसला Kartik Purnima 2025: आज है कार्तिक पूर्णिमा, जानिए स्नान-दान और देव दिपावली का महत्व गया जी में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का रोड शो, डॉ. प्रेम कुमार के समर्थन में मांगा वोट
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 27 Aug 2024 07:21:34 PM IST
- फ़ोटो
MUNGER: रेलकमीं के साथ ठेकेदार ने मारपीट की और अभद्र व्यवहार किया। इस घटना के विरोध में जमालपुर कारखाना में यूनियन के नेता और रेलवे कर्मचारी धरना पर बैठ गये और हंगामा करने लगे। घटना से गुस्साएं रेलकर्मियों ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने और टेंडर रद्द करने की मांग की।
एशिया का प्रसिद्ध रेल कारखाना जमालपुर में ठेकेदार बादल सिंह के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग को लेकर रेलकमीं धरना पर बैठ गये। बताया जाता है कि रेलकर्मी टीपीटी चालक धीरेन्द्र यादव शॉप से समान लेकर गाड़ी से जा रहा था तब wrs - 2 शॉप के समीप ठेकेदार खुद ट्रैक्टर चलाते हुए आ रहा था और साइड देने को लेकर ठेकेदार ने रेलकमीं के साथ अभद्र व्यवहार करने लगा और मारपीट शुरू कर दी।
जिसके बाद रेलकर्मी धीरेंद्र यादव ने ठेकेदार बादल सिंह के खिलाफ अपने अधिकारियों से शिकायत की। ठेकेदार बादल सिंह के विरोध में यूनियन और रेलकर्मी धरना पर बैठे गये और बादल सिंह का टेंडर रद्द करने की मांग करने लगे। जिसके बाद मुख्य कारखाना प्रबंधक के आश्वासन के बाद रेलकर्मियों का गुस्सा शांत हुआ। रेलकर्मियों की माँग है कि आज के बाद ठेकेदार बादल सिंह कारखाना गेट के अन्दर नहीं आए और उस पर कार्रवाई की जाए। मुख्य कारखाना प्रबंधक के आश्वासन के बाद रेलवे कर्मचारी शांत हुए और काम पर लौटे।


