BEGUSARAI : नीतीश के सुशासन वाली पुलिस के मामूली कारिंदे भी अब सत्ताधारी विधायकों को सरेआम हैसियत बताने लगे हैं. जेडीयू के एक विधायक आम लोगों की शिकायतों को सुनकर थाने पहुंच गये. थाने में मुंशी ने विधायक जी की हैसियत बतायी. मुंशी ने भरे लोगों के बीच स्थानीय विधायक से पूछा-आप किस पार्टी के नेता हैं. अपनी इज्जत जाते देख विधायक थाने में चीखे-चिल्लाये लेकिन मुंशी का कुछ नहीं बिगडा. विधायक जी अब मुंशी की शिकायत लेकर उपर जायेंगे.
बेगूसराय में हुआ वाकया
ये वाकया बेगूसराय के मटिहानी का है. मटिहानी से जेडीयू के विधायक राजकुमार सिंह हैं. उनसे लोगों ने शिकायत की थी कि जब वे थाने में अपनी शिकायत लेकर जाते हैं तो मुंशी आवेदन रख लेता है लेकिन उसकी रिसीविंग नहीं देता है. उसके बाद विधायक जी सीधे मटिहानी थाने पहुंच गये. जहां थानेदार तो गायब थे लेकिन मुंशी मौजूद था.
मुंशी ने विधायक से पार्टी पूछी
विधायक सीधे मुंशी जितेंद्र सिंह के पास पहुंचे. थाने में फरियाद लेकर आये लोगों का समूह साथ में था. विधायक जी ने मुंशी जितेंद्र सिंह से पूछा-मुंशी जी, आप इस तरह का व्यवहार करेंगे तो पीड़ित लोग कैसे थाने में शिकायत लेकर आयेंगे. मुंशी जितेंद्र सिंह ने ऐसे हाव भाव दिखाया जैसे विधायक भी थाने में फरियाद लेकर आने वाले लोगों में से एक हैं. मुंशी ने विधायक राजकुमार सिंह से पूछा-आप किस पार्टी से हैं.
भड़क गये विधायक लेकिन मुंशी अड़ा रहा
लोगों के बीच मुंशी ने जब विधायक जी से उनकी पार्टी पूछ कर इज्जत उतार दी तो वे भड़के. ताव में आये विधायक ने कहा कि मुंशी होकर जब आप विधायक से ऐसा व्यवहार करते हैं तो आम लोगों को तो थाने में घुसने नहीं देते होंगे. बौखलाये विधायक ने मुंशी से पूछा कि अपनी हैसियत जानते हैं. मुंशी ने जवाब दिया-हम सब जानते हैं. भड़के विधायक मुंशी को बताते रहे कि तुम जनता के नौकर हो और तुम्हें जनता के लिए काम करना है. लेकिन मुंशी के तेवर ढीले नहीं पड़े.
मुंशी नहीं डीजीपी है
इसी बीच विधायक जी ने अपने किसी सहयोगी को थानेदार को फोन लगाने को कहा. थानेदार लाइन पर आये तो विधायक जी को जय हिंद कहा. भड़के विधायक ने कहा कि आप जय हिंद कहते हैं और आपका आदमी यहां हिंद महासागर बनाकर रखा है. लगता है कि आपके थाने का मुंशी DGP है. विधायक जी को थानेदार से भी कोई आश्वासन नहीं मिला.
विधायक राज कुमार सिंह ने कहा कि यहां किसी का सर फुटा है, किसी का हाथ टूटा है. लेकिन मुंशी को बोलने की तमीज तक नहीं है. इसे ये भी नहीं पता कि किसी विधायक या जन प्रतिनिधि से कैसे बात की जाती है. विधायक और मुंशी के बीच बहस होती रही और इस बीच फरियादी बताते रहे कि किस तरह उन्हें थाने में परेशान किया जाता है. बेबस विधायक राजकुमार सिंह मुंशी का कुछ नहीं बिगाड़ पाये. लिहाजा उपर तक शिकायत करने की धमकी देकर थाने से निकल गये.