तेजस्वी ने CM नीतीश कुमार को लिखा खुला पत्र, कहा- संविधान विरोधी साम्प्रदायिक रंग आपने दिखा ही दिया

तेजस्वी ने CM नीतीश कुमार को लिखा खुला पत्र, कहा- संविधान विरोधी साम्प्रदायिक रंग आपने दिखा ही दिया

PATNA :आरजेडी नेता और बिहार विधानसभा में नेते विपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ खुला पत्र लिखा है। जिसमें उन्होनें नीतीश कुमार पर चौतरफा हमला बोला है। पहले आपको दिखाते हैं तेजस्वी ने ओपेन लेटर में क्या लिखा है। 


तेजस्वी का पत्र नीतीश के नाम -- 

आदरणीय नीतीश कुमार जी को प्रपंच, दुष्प्रचार व नदारद कार्यों के झूठे प्रचार में महारत हासिल है। जनता को भ्रमित करने के लिए नित नए स्वांग रचते हैं, दोहरा चरित्र अपनाते हैं। पहले तो नीतीश जी की पार्टी ने संविधान विरोधी, ग़रीब विरोधी CAA का संसद के दोनों सदनों में समर्थन कर दिया। पर ये अपने गिरगिटी अंदाज़ से कब हटने वाले थे सो अब जनता को भ्रमित करने के लिए कहने लगे हैं कि NRC को बिहार में लागू नहीं करेंगे। क्या नीतीश बाबू नहीं जानते कि जो उनके हाथ में था वहाँ तो उन्होंने CAA का समर्थन करके अपना असली संविधान विरोधी साम्प्रदायिक रंग दिखा ही दिया हैं।


क्या नीतीश बाबू नहीं जानते कि इस बार NPR ही NRC की पहली सीढ़ी बनकर आया है जिसकी बिहार में अधिसूचना यह ख़ुद जारी कर चुके है? क्या नीतीश कुमार यह भी नहीं जानते कि अमित शाह ने बार-बार कहा है कि NPR ही NRC का प्रथम चरण है और इससे उपलब्ध आँकड़ो के आधार पर ही NRC होगा।


ऐसे सभी सवालों का नीतीश बाबू के पास जवाब तो है पर घाघ प्रवृत्ति के धनी नीतीश जी जनता को सच कहाँ बताने वाले हैं? नीतीश बाबू को जनता को अंधेरे में रखने की कला बख़ूबी आती है, यही करते हुए ही तो वे 15 साल से जनता को मूर्ख बनाते आए हैं। वे पल्टासन योग के खोजकर्ता हैं, सो अपने निजी लाभ के लिए पल्टासन की कला का हर समय लाभ लेते रहते हैं। यह उनका दोहरा चरित्र ही है कि जनता को भ्रम में रखने के लिए उन्होंने अपने प्रिय नेताओं व भाड़े के विश्वासी सिपहसालारों को CAA, NRC और NPR पर अलग-अलग विरोधी सुर में बयानबाज़ी करने का आदेश दिया है। नीतीश कुमार अगर CAA के पक्ष में हैं, लेकिन NRC के विरोध में हैं जो कि सिर्फ़ एक ढोंग है तो फिर क्यों नहीं वे जदयू के स्टैंड के विरोध में बयानबाज़ी करने के लिए अपने गिने चुने नेताओं पर कार्रवाई करते हैं?


नीतीश जी, देश के निवासी दुख-दर्द खुशी महसूस करने वाले आप ही के जैसे असली प्राणी हैं, कोई कागज़ के पुतले नहीं जिन्हें कोई दर्द नहीं होता। इन्हें आप अपनी घृणित साम्प्रदायिक व ग़रीब विरोधी राजनीति के निम्नस्तरीय संवेदनहीन प्रयोगों का गिनी पिग मत बनाइये। CAA का समर्थन करके आपने संविधान का अपमान तो किया ही लेकिन NRC व NPR पर झूठ बोलकर आप करोड़ों इंसानों और उनके बच्चों के भविष्य की हत्या व उनके भारतीय कहलाने के अधिकार की हत्या के भागी मत बनिए!


छोटे-छोटे बच्चों के साथ सत्ता के मद में चूर तानाशाह संघी कल क्या हश्र करेंगे यह कोई नहीं जानता? कल होने वाले जनसंहार, जनप्रहार के क्रूर दोषियों की सूची में सबसे ऊपर आपका ही नाम होगा क्योंकि आप बातें कुछ और करते हैं और काम बिल्कुल विपरीत।

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लेटर पढ़ लिया होगा आपने कि किस तरह आक्रामक अंदाज में तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। तेजस्वी ही नहीं पूरा लालू परिवार इन दिनों सीएम नीतीश कुमार पर सोशल मीडिया के जरिए हमलावर है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव लगातार 'ट्वीट बम' फोड़ रहे हैं। वहीं राबड़ी भी कही से पीछे नहीं है। कल ही यानि बुधवार को पति-पत्नी ने मिलकर भोजपुरिया हमला बोला था। सीएए-एनआरसी पर दोनों ने मिलकर नीतीश की घेराबंदी की थी।


वहीं लालू यादव ने आज फिर नीतीश कुमार के मानव शृंखला और जल जीवन हरियाली यात्रा पर हमला बोला है। लालू ने पहले नीतीश की जल जीवन हरियाली पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा है कि “छल, छीजन और घरियालीपन” यात्रा वाले महानुभाव ने ग़रीब राज्य के नौजवानों, किसानों और कर्मचारियों का 24500 करोड़ लूट लिया।वहीं अगली पंक्ति में उन्होनें नीतीश सरकार की मानव शृंखला को निशाना बनाया है। उन्होनें लिखा है कि  ऊपर से सरकारी संसाधनों की बर्बादी एवं करोड़ों रुपए मानव शृंखला की नौटंकी पर खर्च कर सुशासनी भ्रष्टाचार को वैध बनाने व जनता को दिग्भ्रमित करने की कोशिश है।