गुंडा वाला भाषा पर बोल नड्डा, जाति गणना में यादवों की आबादी बढ़ने पर बोले तेजस्वी ... ऐसा होता तो नीतीश कुर्मियों की संख्या बढ़ा लेते

गुंडा वाला भाषा पर बोल नड्डा, जाति गणना में यादवों की आबादी बढ़ने पर बोले तेजस्वी ... ऐसा होता तो नीतीश कुर्मियों की संख्या बढ़ा लेते

PATNA : अरे खत्म कर देंगे यह तो गुंडा वाला भाषा है। खत्म कर देंगे भाषा देखिए। अरे किसकी क्या औकात है किसको क्या खत्म कर देगा भाई। स्टेट है तभी ना सेंट्रल है राज्य है तभी न केंद्र है। ओरिजिनल पार्टी अपने राज्य की बात अपने स्टेट की बात प्रमुखता से उठती है जितना राज के पार्टी को पता है उतना केंद्र की पार्टी को थोड़े ना पता होता है। यह बातें बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जेपी नड्डा के राज्यकीय पार्टी के ख़त्म होने को लेकर दिए गए बयान को लेकर कहा है। 


बिहार हमेशा देश को राह दिखाता है। बिहार की धरती में एक बार फिर इतिहास बनाने का काम किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार ने जो जाति आधारित गणना करवाने का निर्णय लिया यह 1931 के बाद अब तक किसी राज्य ने नहीं करवाया था। यह बातें बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कही है।


दरअसल, तेजस्वी यादव अपने विभाग के एक कार्यक्रम में शामिल होने राजधानी पटना के बापू सभागार पहुंचे थे।जहां पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि - जनगणना का काम तो मोदी जी को करवाना चाहिए था। जनगणना करवाने का अधिकार उनको है हम लोग तो सिर्फ सर्वे करवा सकते हैं। उनको जो अधिकार मिला है उसमें महज एक ही कॉलम जोड़ना था उनको जाति का। लेकिन,वो कॉलम तो छोड़िए जो गाना 2019 में होनी चाहिए थी जो 2023 तक भी पूरी नहीं हो पाई। ऐसे में जिन लोगों को भी इसे आपत्ति है तो जाकर बोल दे मोदी जी को गणना करवा दें।



वही जाति को घटाने बढ़ाने के आप पर तेजस्वी यादव ने कहा कि यदि जाति को घटना ही बढ़ता था आपके मुख्यमंत्री जी अपने जाति को नहीं बढ़ा लेते यह स्वाभाविक सी बात है कि यादवों की संख्या बड़ी है तो अधिक दिखाया गया है।


उधर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के तरफ से क्षेत्रीय पार्टी को लेकर दिए गए बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि -अरे खत्म कर देंगे यह तो गुंडा वाला भाषा है। खत्म कर देंगे भाषा देखिए। अरे किसकी क्या औकात है किसको क्या खत्म कर देगा भाई। स्टेट है तभी ना सेंट्रल है राज्य है तभी न केंद्र है। ओरिजिनल पार्टी अपने राज्य की बात अपने स्टेट की बात प्रमुखता से उठती है जितना राज के पार्टी को पता है उतना केंद्र की पार्टी को थोड़े ना पता होता है।