तेजस्वी ने अपने घर आये ईडी के अधिकारियों की जमकर की खातिरदारी, चाय-नाश्ता से लेकर खाने तक का किया बंदोबस्त

तेजस्वी ने अपने घर आये ईडी के अधिकारियों की जमकर की खातिरदारी, चाय-नाश्ता से लेकर खाने तक का किया बंदोबस्त

PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपने घर रेड मारने आये ईडी के अधिकारियों की जमकर खातिरदारी की. ईडी के रेड के बाद पहली दफे मीडिया के सामने आये तेजस्वी यादव ने इसकी पूरी कहानी सुनायी. उन्होंने बताया कि घर आये ईडी के अधिकारियों के स्वागत में उन्होंने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी।


सोमवार को पटना पहुंचे तेजस्वी यादव ने मीडिया को बताया- जब सीबीआई और ईडी वाले मेरे घर पहुंचे तो उनकी तलाशी का काम आधे घंटे में ही खत्म हो गया. उसके बाद भी बैठे रहे. हम लोगों ने उनसे पूछा कि भाई काम खत्म हो गया है तो जाइये. लेकिन वे बैठे रहे. उन्हें उपर से आदेश था कि वहीं बैठे रहना है ताकि मीडिया में खबर चलती रहे. तब हमलोगों ने ही छापेमारी करने आये अधिकारियों को चाय-नाश्ता कराया, खाना खिलाया।


मेरे घर ठेंगा मिला

तेजस्वी ने कहा कि उनके घर रेड करने आयी ईडी की टीम को ठेंगा मिला है. जो लोग करोडों रूपये मिलने की बात कर रहे हैं वे पंचनामा यानि सीजर लिस्ट जारी करें. वर्ना हम जारी कर देते हैं. ये झूठा प्रचार ऐसे कर रहे है कि जैसे असली अडाणी हम ही है. मेरा शक्ल अडाणी जी से मिलता है. 80 हजार करोड़ का घोटाला छोड कर मेरे उपर रेड डालते हैं. कुछ मिलता नहीं है लेकिन वही पुरानी कहानी दुहरा रहे हैं- रेलवे-रेलवे. तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरी चार बहनों के यहां रेड डाला गया. मेरी बहनें अच्छे घर में ब्याही हैं. उनकी सास, ननद तक का पहना हुआ गहना सीज कर लिया गया और फोटो खींच कर डाल दिया गया कि इतना गहना बरामद हुआ।


तेजस्वी बोले-ये भाजपाई राजनीतिक साजिश और फर्जी मुकदमा कर रहे हैं. उससे लड़ने के लिए जिगर चाहिये. मेरे पास जिगर, राजनीतिक जमीन, जमीर औऱ विचार सब है. जिस दिन सरकार बनी थी उस दिन मैंने कहा था कि ऐसी कोशिश होगी. पूर्णिया की रैली में जिस तरह से जनसमूह आया, उससे इन लोगों को डर लगा. ये लोग जानते हैं कि 2024 की असली लड़ाई में ये लोग कहीं टिकने वाले नहीं हैं. तभी झूठे मुकदमे और फर्जी छापेमारी का सहारा ले रहे हैं।


तेजस्वी यादव ने कहा कि असली लडाई तो 2024 की है. उसके लिए बीजेपी ने अभी से ही हार स्वीकार कर लिया है. ये साबित हो गया है कि तेजस्वी से लड़ने की औकात भाजपाइयों को नहीं है, वे भाग खड़े हुए. तभी ना सिर्फ मेरे यहां बल्कि मेरी बहनों के यहां छापेमारी की गयी. मेरी कई बहन राजनीति में है भी नहीं उनके यहां भी छापा पड़ा. जिन बहनों के यहां छापा पडा उनकी शादी भी 2012 के बाद हुई है. अगर रेलवे में घोटाला हुआ तो लालू जी 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे. 2012 के बाद जिन बहनों की शादी हुई उनके ससुराल में रेलवे के किस घोटाले की जानकारी के लिए छापेमारी की गयी. 


तेजस्वी ने कहा- ये भाजपाई पूरी तरह से फर्जी लोग हैं. हम लोग असल समाजवादी लोग हैं. इनके डराने से हमलोग झुकने वाले नहीं हैं. ये पूर्णिया की महा ली के बाद घबराये हुई हैं. अब ये  लोग चाहता है कि डायवर्ट करे. लेकिन हम डायवर्ट होने वाले नहीं है. ये लोग अभी 600 करोड़ की बात कर रहे हैं उससे पहले 2017 में 8 हजार करोड़ की बात कही थी. उसका हिसाब दें, कहां गया 8 हजार करोड़ रूपया. इनके पास कुछ नहीं है. सिर्फ फर्जी कहानी है. इन लोगों को जिस दिन से हमने सत्ता से बाहर किया है उस दिन से व्याकुल हो गये हैं, बेचैन हो गये हैं. ये भाजपा वाले महाराष्ट्र में विधायक खरीद रहे हैं, ईडी पहुंची है क्या. भाजपा विधायक के घर में 8 करोड़ रूपये मिले हैं वहां ईडी सीबीआई गयी क्या. लेकिन देश भर में सबसे ज्यादा छापेमारी लालू परिवार पर हो रही है.