तेजस्वी पर सवाल उठाने पर भड़की RJD, बोले भाई वीरेंद्र.. डिबेट करा के देख लें..तेजस्वी हारे तो राजनीत से ले लूंगा संन्यास

तेजस्वी पर सवाल उठाने पर भड़की RJD, बोले भाई वीरेंद्र.. डिबेट करा के देख लें..तेजस्वी हारे तो राजनीत से ले लूंगा संन्यास

PATNA : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जुलाई को बिहार विधानसभा के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. इस दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मंच से भाषण दिया था. लेकिन तेजस्वी यादव से उम्मीद पाले बैठे उनके पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं और समर्थकों को उस वक्त निराशा हुई, जब तेजस्वी अपने संबोधन के दौरान बार-बार अटकते नजर आए. इसके बाद तेजस्वी यादव जमकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए. विपक्षी दलों ने भी संबोधन में अटकने पर तेजस्वी के नॉलेज पर सवाल उठाए. अब इसपर आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने बीजेपी और जेडीयू नेताओं को बड़ा चैलेंज किया है.


आरजेडी विधायक ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नॉलेज पर किसी को भी शक है, तो वो हमारे नेता के साथ डिबेट कर लें. हम ऐलान करते हैं कि जेडीयू और बीजेपी के कोई भी नेता आये और गांधी मैदान में तेजस्वी यादव के साथ डिबेट कर लें. अगर वो इसमें कमजोर पड़ेंगे तो हम राजनीति से संयास ले लेंगे. उन्होंने कहा कि हम बहुत बड़ी बात कह रहे हैं. हमको अपने नेता पर पूरा भरोसा है. 


भाई वीरेंद्र ने कहा कि तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने जिन मुद्दे को उठाया है, लोग उसपर बात नहीं कर रहे हैं. तेजस्वी यादव ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारतरत्न देने की मांग की. इसके अलावा भी उन्होंने प्रधानमंत्री से बिहार के बेहतरी के लिए कई मांग की. लेकिन किसी ने उनकी मांगों का चर्चा नहीं किया. आरजेडी विधायक ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम मोदी से मांग करना चाहिए था. लेकिन उन्होंने कोई मांग नहीं की. आरजेडी ने पहले ही मांग किया था कि पीएम मोदी बिहार आकर विशेष राज्य का दर्जा देने का ऐलान करें. 


बता दें कि बिहार विधानसभा शताब्दी समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जुलाई को पटना आये थे. इस दौरान तेजस्वी यादव पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक मंच पर दिखे थे. इस दौरान पीएम मोदी के सामने जब तेजस्वी यादव भाषण दे रहे थे तो वो काफी नर्वस दिखे. अपने संबोधन के दौरान वो कई बार कुछ-कुछ देर के लिए अटके. जबकि माना जाता है कि तेजस्वी यादव अक्सर बिना लिखा भाषण बोलते हैं. पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने कई मंचों पर मजबूती के साथ दमदार भाषण दिए हैं. मगर मंगलवार को पीएम मोदी के सामने वो असहज दिखे.