PATNA: नागरिकता संशोधन विधेयक पर बंद के दौरान कानून तोड़ने को लेकर पुलिस ने तेजस्वी यादव, उपेंद्र कुशवाहा और मदन मोहन झा समेत 25 नेताओं और सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पटना की कोतलाली थाना पुलिस ने दंगा फैलाने, शांति भंग करने, उत्पात मचाने समेत कई अन्य धाराओं में ये मामला दर्ज किया है. हालांकि कल हुए बंद के दौरान जमकर तोड़फोड़ और उत्पात भी मचाया गया लेकिन पुलिस की प्राथमिकी में उसका जिक्र नहीं है. सभी नेताओं पर जमानतीय धाराओं के तहत केस किया गया है जिसमें आसानी से बेल मिल जायेगी.
विपक्षी पार्टियों के 25 नेताओं पर मुकदमा
पटना कोतवाली में दर्ज कराये गये मामले में राजद के तेजस्वी प्रसाद यादव, जगदानंद सिंह, शिवानंद तिवारी, अब्दुल बारी सिद्दीकी के अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा समेत 25 नेताओं को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. सैकड़ों अज्ञात लोगों पर भी मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस ने IPC की धारा 188, 147, 353, 504 और अन्य के तहत मामला दर्ज किया है. इन तमाम नेताओं पर दंगा भड़काने, सरकारी आदेश को न मानने, सरकारी सेवकों को काम करने से रोकने का आरोप लगाया गया है. डाकबंगला चौराहा प्रतिबंधित क्षेत्र है जहां कोई धरना-प्रदर्शन नहीं किया जा सकता. राजद, कांग्रेस और रालोसपा के नेताओं पर प्रतिबंधित क्षेत्र का उल्लंघन करने का भी आरोप लगा है,
नेताओं पर लगी सारी जमानती धारा, आसानी से मिल जायेगी बेल
हालांकि पुलिस के मुकदमे में सारी जमानती धारायें लगायी गयी हैं. लिहाजा अभियुक्त बनाये गये सभी नेताओं को थाने से ही बेल मिल जायेगा. कल बंद के दौरान कई गाडियों में तोड़फोड़ की गयी. पत्रकारों समेत आम लोगों पर जानलेवा हमला किये गये लेकिन मुकदमे में उसका जिक्र नहीं है. पुलिस ने ऐसा रास्ता चुना जिससे सांप भी मर जाये और लाठी भी न टूटे.
पत्रकार ने दर्ज कराया मुकदमा
उधर कल राजद समर्थक गुंडों के हमले में घायल हुए पत्रकार दिनेश कुमार ने अज्ञात लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. एक समाचार पत्र के फोटो जर्नलिस्ट दिनेश कुमार पर कल जानलेवा हमला किया गया था जिसमें वे बुरी तरह घायल हो गये थे.