PATNA : CAA और NRC के खिलाफ आरजेडी नेता और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जिलों में जनसभा करेंगे लेकिन शुरुआत सीमांचल से करने वाले हैं। पिछले विधानसभा उपचुनाव में ओवैसी के उम्मीदवार ने किशनगंज सीट पर जीत हासिल की थी। ओवैसी के उम्मीदवार की जीत से आरजेडी को अपना वोट बैंक खिसकने का डर सता रहा है। तेजस्वी की जनसभा बीजेपी और जेडीयू पर निशाने से ज्यादा अपनी साख बचाने की कोशिश ज्यादा है। सीधे तौर पर कहे तो तेजस्वी को ओवैसी का डर सता रहा है।
वहीं अब जेडीयू ने इस पर तंज कसना शुरु कर दिया है। पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने तो दावा कर दिया कि तेजस्वी यादव अगर सीएए-एनआरसी का फुलफार्म बता दें तो मैं राजनीति से सन्यांस ले लूंगा। नौवीं पास तेजस्वी को सीएए-एनआरसी के बारे में पता नहीं है और चले हैं विरोध करने। उन्होनें कहा कि अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर से वे जीतेंगे कि नहीं ये भी कहना मुश्किल हैं सीमांचल का गढ़ क्या बचाएंगें।
इधर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सीमांचल राजद का गढ़ रहा है। इस वजह से तेजस्वी यादव किशनगंज से ही जनसभा को शुरुआत करने जा रहे हैं।इसमें नया क्या है।आरजेडी के अपने MY समीकरण पर पूरा भरोसा है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी तेजस्वी का बचाव करते हुए कहा कि सीएए-एनआरसी के खिलाफ सबसे ज्यादा विरोध मुस्लिम समुदाय ही कर रहा है। किशनगंज में मुसलमानों की संख्या सबसे ज्यादा है ऐसे में वहां से अपने अभियान की शुरुआत करने जा रहे है तो इसमें बेजा राजनीति करने की क्या जरुरत है।