PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अब सीधा पलटवार किया है. अपने बेटे को एमएलसी बनाए जाने को लेकर तेजस्वी ने जो बयान दिया था उसके बाद मांझी भड़क गए हैं. मांझी ने कहा है कि उन्होंने अपने बेटे को एमएलसी बनाने के लिए आरजेडी के पास कोई आवेदन नहीं दिया था. मांझी ने कहा है कि महागठबंधन में उनको शामिल कराने के लिए 50 दफे फोन किया गया था.
तेजस्वी पर गरमाए जीतन राम मांझी ने बात यहीं खत्म नहीं की है. उन्होंने कहा कि हम महागठबंधन में कोई एप्लीकेशन लेकर शामिल होने नहीं गए थे, बल्कि बार-बार हमें ही आने का न्योता मिला, लालू प्रसाद यादव बड़े नेता हैं और उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी है,
जीतन राम मांझी ने कहा है कि महागठबंधन में उनकी पार्टी का भविष्य क्या होगा इसको लेकर वह सही समय आने पर फैसला करेंगे, फिलहाल उनका पूरा ध्यान 10 मई को पटना के गांधी मैदान में होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन पर है, जीतन राम मांझी ने यह स्पष्ट कहा है कि वह आगे जो भी फैसला लेंगे अपनी पार्टी के नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने के बाद ही लेंगे.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज प्रेस वार्ता में कहा था कि जीतन राम मांझी भूल चुके हैं कि उनके बेटे को कैसे एमएलसी बनाया गया था. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने लोकसभा चुनाव में 3 सीटें जीतन राम मांझी के पार्टी को दी थी और विधानसभा उपचुनाव में भी एक सीट उनके उम्मीदवार के लिए छोड़ी थी, लेकिन अब भी लोग कोऑर्डिनेशन कमिटी कर रहे हैं.