तबादलों को लेकर विवाद के बाद मंत्री रामसूरत राय फूंक-फूंक कर रख रहे कदम, राजस्व कर्मचारियों की पोस्टिंग में अपनाया ये तरीका

तबादलों को लेकर विवाद के बाद मंत्री रामसूरत राय फूंक-फूंक कर रख रहे कदम, राजस्व कर्मचारियों की पोस्टिंग में अपनाया ये तरीका

PATNA : राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में पिछले दिनों तबादलों को लेकर हुए विवाद के बाद विभाग के मंत्री रामसूरत राय कर्मचारियों की नियुक्ति और पोस्टिंग में फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। कर्मचारियों की नियुक्ति और पोस्टिंग में पारदर्शिता लाने के लिए अब तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। NIC द्वारा तैयार किए गए सॉफ्टवेयर के माध्यम से बिहार में पहली बार ऑनलाइन लॉटरी सिस्टम के जरिए कर्मचारियों की पोस्टिंग की गई है। ताकि पोस्टिंग को लेकर पहले की तरह फिर कोई विवाद खड़ा न हो जाये।


दरअसल, नियुक्ति के बाद पोस्टिंग का इंतजार कर रहे राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के 4353 राजस्व कर्मियों को जिलों का आवंटन कर दिया गया। इन सभी राजस्व कर्मचारियों का चयन बिहार कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा किया गया था। इस बार विभाग के मंत्री रामसूरत राय ने कर्मचारियों की पोस्टिंग के लिए तकनीक का सहारा लिया है। राज्य में पहली बार NIC द्वारा तैयार किए गए सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन लॉटरी सिस्टम के जरिए कर्मचारियों की पोस्टिंग की गई है। पिछले दिनों तबादलों में आरोप लगने के बाद मंत्री के निर्देश पर विभाग ने यह कदम उठाया है।


कंप्यूटराइज्ड ऑनलाइन लॉटरी सिस्टम के माध्यम से 14 राउंड के रैंडमाइजेशन के बाद कर्मचारियों की पोस्टिंग का जिला निर्धारित किया गया। जिला आवंटन के बाद इन सभी कर्मचारियों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने बताया कि राज्य में फिलहाल 8463 राजस्व कर्मचारियों के पद स्वीकृत हैं, जिसमें सिर्फ 1700 कर्मचारी काम कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि काम का लोड अधिक होने के कारण ये राजस्व कर्मचारी निजी तौर पर सहायक रखते थे, जो गलत तरीके से लोगों से अवैध वसूली करते थे। राजस्व कर्मचारियों की पोस्टिंग के बाद इन सब चीजों पर विराम लग सकेगा।


उन्होंने कहा कि राजस्व कर्मचारियों की पोस्टिंग में पूरी पारदर्शिता बरती गई है और इसमें न तो किसी की पैरवी सुनी गई है और ना ही जात-पात को आधार बनाया गया है। कंप्यूटराइज्ड लॉटरी सिस्सटम के जरिए जिनके भाग्य में जो जिले थे, उन्हें मिले हैं। बता दें कि पिछले दिनों राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले किए गए थे। इन तबादलों को लेकर विभाग और मंत्री पर कई सवाल खड़े हुए थे। जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हस्तक्षेप करते हुए सभी तबादलों को रद्द कर दिया था। इसको लेकर विभाग के मंत्री रामसूरत राय और मुख्यमंत्री के बीच ठन गई थी। जिसके बाद बिहार में तबादलों को लेकर खूब राजनीत हुई थी।