MUZAFFARPUR : बिहार हमेशा से ही अपने अजीबो-गरीब कारनामों को लेकर सुर्ख़ियों में बना रहता है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला मुजफ्फरपुर से निकल कर सामने आ रहा है। यहां जिले के सकरा थाना इलाके में इस सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि- आखिर पुलिसिंग किस स्तर पर चली गई है ?
दरअसल, सकरा थाना पुलिस के द्वारा राम नगर से कुणाल नाम के युवक को हिरासत में लिया गया और पुलिस की टीम लेकर जब थाना पर पहुंची और जांच पड़ताल कर छोड़ देने की बात परिजनों को कहा गया। लेकिन, अचानक से थाना के मुख्य गेट को बंद कर लिया गया। अहले सुबह से जब हिरासत में लिए गए युवक के परिजन थाना पहुंचे तो थानेदार राजू पाल द्वारा परिजनों को यह बताया गया है कि- यह एक कांड में शामिल है और कांड में विशेष नही बताया गया।
जिसके बाद परिजन उग्र हो गए और कहा कि लड़का दरभंगा मे निजी हॉस्पिटल में रह कर काम करता है। परिजन का यह भी आरोप है कि बिना किसी नोटीस या वारंट के पुलिस उठा कर लाई। वहीं, थानेदार के तरफ से विचौलियो के माध्यम से आज डेढ़ लाख का डिमांड किया। इतना ही नहीं कोर्ट द्वारा निर्गत वारंट या केस के बारे में डीटेल पूछने पर थानेदार राजू पाल भड़क गए और सवाल करने वाले को भी जेल भजने की बात कहने लगे।
उधर, सकरा थानेदार राजू पालने कहा कि उक्त युवक लूट के इसका आरोपी है। इसलिए पुलिस उठाकर लायी है। वही वारंट एवं अन्य कागज के बारे में पूछे जाने पर कहा कि पुलिस के पास सब कुछ है। लेकिन जिस तरह से वीडियो वायरल हो रहा है। पुलिस से युवक के परिजन से गुतथ्म- गुत्थी का उससे अब एक बार फिर सकरा थाना पुलिस की किरकिरी जिले में जमकर हो गई है। पूरे मामले में पूछे जाने पर मुजफ्फरपुर रेंज के आईजी पंकज कुमार सिन्हा ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। एसएसपी द्वारा संबंधित अधिकारियों को जांच पड़ताल करने का निर्देश दिया गया है।