PATNA: बिहार बंद को लेकर सुशील मोदी ने वामपंथियों पर निशाना साधा है. मोदी ने ट्वीट किया कि लालू प्रसाद के भ्रष्टाचार और कुशासन का लंबे समय तक साथ देने के कारण बिहार में वामपंथियों का जनाधार तो 20 साल पहले खत्म हो चुका है, इसलिए इनके बिहार बंद के दौरान कुछ स्थानों पर तोड़फोड़ के अलावा हर जगह शांति रही. बंद फ्लॉप रहा. जनता ने वामदलों का साथ नहीं दिया, क्योंकि नागरिकता कानून किसी भारतीय के खिलाफ नहीं है.
चीन के उइगर मुसलमानों की क्यों नहीं करते चिंता
मोदी ने वामपंथी नेताओं से पूछा है कि’’भारत के कम्युनिस्टों को मुसलमानों की इतनी ही चिंता है तो इन लोगों ने चीन के उइगर मुसलमानों के उत्पीड़न और उन्हें यातना शिविर में डाले जाने के खिलाफ कभी कोई धरना-प्रदर्शन क्यों नहीं किया? भारत सरकार ने पाकिस्तान सहित किसी भी देश के मुसलमानों को नागरिकता देने के कानून में कोई बदलाव नहीं किया है. गायक अदनान सामी सहित 566 पाकिस्तानी मुसलमानों को भारत की नागरिकता दी गई है. दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय को गुमराह कर कॉमरेड हिंसा और तोड़फोड़ करा रहे है. बिहार ऐसी राजनीतिकी कब्र खोद चुका है.''
लालू के घोटाले पर वामदलों ने क्यों साधी चुप्पी
मोदी ने कहा कि ''कॉमरेडों ने चारा घोटाला से लेकर दलितों के नरसंहार और माल-मिट्टी-जमीन घोटाले तक पर चुप्पी साध कर लालू प्रसाद का हमेशा बचाव करते हुए खुद ही अपने पांव काट लिए हैं. यह विडम्बना ही है कि दूसरों को विश्वासघाती बताने वाले लालू प्रसाद ने न लोकसभा चुनाव में वामपंथियों का समर्थन किया, न बिहार बंद में साथ दिया. 1962 के चीनी आक्रमण का समर्थन करने वालों में भारतीय इतिहास और दलितों-पिछड़ों के साथ जो छल किया उसका परिणाण वे भुगत रहे है.''