PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी यादव पर पलटवार किया है. मोदी ने कहा कि ‘’विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के पास न चमकी बुखार से पीड़ितों से मिलने का समय था और वह न बाढ़ पीड़ित इलाकों का हाल जानने गए. वे विधानसभामंडल के लगातार दो सत्रों में लगभग गायब रहे. लेकिन अब नागरिकता कानून पर एक समुदाय को भड़का कर बिहार में उत्पात कराने के लिए वे पूरा समय दे रहे हैं.’’
बंद को लेकर एकता क्यों नहीं
मोदी ने कहा कि ‘’अगर बिहार में एनडीए से बाहर रहने वाले सभी दल संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हैं और बंद का आह्वान करने के राजनीतिक अधिकार का प्रयोग करना चाहते हैं, तो बंद की किसी एक तारीख पर सहमति क्यों नहीं? प्रस्तावित बंद जनता को मुसीबत में डालकर सार्वजनिक सम्पत्ति को निशाना बनाने की कुंटिल मंशा से प्रेरित है. महागठबंधन और वामदल के लोग बताए कि क्या तीन मुस्लिम देशों के सभी नागरिकों को भारतीय दिलाने के लिए बेचैन है?’’
विपक्ष का बिहार बंद दो दिन
नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ बुलाए गए बंद के खिलाफ आज विपक्ष की पीसी हुई. सभी दलों के बड़े नेता इसमें शामिल हुए. हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, आरएलएसपी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा और वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी मौजूद रहे. इन नेताओं ने मिलकर आरजेडी के 21 दिसंबर के विरोध के कार्यक्रम से इतर 19 दिसंबर को बंद का ऐलान किया. हालांकि इन सभी पार्टियों ने आरजेडी के बंद में शामिल होने की भी बात कही. बता दें कि 19 दिसंबर को पप्पू यादव भी बिहार बंद कराने की पहले ही घोषणा कर चुके हैं. पप्पू ने दावा किया है कि वामदल बंद में उनके साथ है.