सुशील मोदी के बजट भाषण में कोई नयी बात नहीं, विकास के बजाय सियासत पर बात करते रहे डिप्टी सीएम, जानिये बजट की सबसे अहम बातें

सुशील मोदी के बजट भाषण में कोई नयी बात नहीं, विकास के बजाय सियासत पर बात करते रहे डिप्टी सीएम, जानिये बजट की सबसे अहम बातें

PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी जब आज विधानसभा में बजट पेश करने उठे तो लोगों को कई तरह की उम्मीदें थीं. लेकिन पूरे बजट भाषण में कोई नयी बात नजर नहीं आयी. डिप्टी सीएम विकास के बजाय पॉलिटिक्स पर ज्यादा फोकस करते रहे. बजट भाषण में 1990 से 2005 के बीच हुए नरसंहारों से लेकर पंचायत चुनाव में आरक्षण तक की चर्चा हुई.


मोदी की पॉलिटिक्स

अमूमन बजट भाषण में सरकार के विजन की झलक मिलती है. सरकार कौन से नये काम करने जा रही है. किस क्षेत्र पर ज्यादा जोर होगा. रोजगार से लेकर निवेश के लिए कौन-कौन से कदम उठाये जायेंगे. सुशील मोदी ऐसे ज्यादातर मुद्दों से बचते रहे. 

हां, डिप्टी सीएम को अपने बजट भाषण में नरसंहारों की जरूर याद आयी. उन्होंने पूरी लिस्ट पढ़ी कि कैसे लालू-राबड़ी शासनकाल में नरसंहारों का सिलसिला चल पड़ा था. किस नरसंहार में कितने दलित मारे गये.  फिर कैसे दलितों को पंचायती राज चुनाव में आरक्षण का लाभ नहीं दिया गया. चुनावी साल है लिहाजा बजट भाषण के जरिये ही ये साबित करने की पूरी कोशिश की गयी कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी ही दलितों-अति पिछड़ों के रहनुमा हैं.


दो लाख 11 हजार करोड़ का बजट

सुशील कुमार मोदी साल 2020-21 के लिए जो बजट पेश किया वो 2 लाख 11 हजार 761 करोड़ रुपए है . ये पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 11 हजार 260 करोड़ रुपए ज्यादा है. पिछले साल का बजट 2 लाख 501 करोड़ रुपए का था. 

वैसे तो सुशील मोदी ने अपने भाषण में वही सब दुहराया जो सरकार पहले ही एलान कर चुकी है. लेकिन फिर भी जानिये उनके बजट भाषण की 15 प्रमुख बातों को...

*मार्च 2020 तक पूरा हो जायेगी नीतीश की नल-जल और नली-गली योजना. यानि सरकार हर घर तक नल का जल पहुंचा देगी और हर घर को पक्की सड़क से जोड़़ देगी. 

*शिक्षा के लिए 35 हजार करोड़ के बजट को मंजूरी मिली. ज्यादातर पैसे शिक्षकों के वेतन में जायेंगे, सिमुलतला आवासीय विद्यालय के लिए 75 करोड़ की स्वीकृति

*मौसम के हिसाब से खेती के लिए सरकार पैसे देगी, 12 जिलों में जैविक खेती के लिए 155 करोड़ रूपये खर्च होंगे. 

*सूबे में सड़क बनाने के लिए 17 हजार करोड़ का बजट,  सरकार की काफी पुरानी घोषणा  को पूरा करने के लिए 121 करोड़ देने का एलान, इससे मीठापुर फ्लाईओवर से जुड़ेगा करबिगहिया और चिरैयाटांड़.

*सरकार ने पांच साल पहले ही गोपालगंज को मुजफ्फरपुर और सारण से जोड़ने का एलान किया था. इसके लिए पुल बन रहा है. इस बजट में एप्रोच रोड के लिए 509 करोड़ की लागत से  18.5 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने का एलान किया गया.

*मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चार हजार से ज्यादा टोलों को जोड़ने के लिए 2888 करोड़ की मंजूरी, 848 किलोमीटर होगा सड़क निर्माण.

*नीतीश कुमार के बहुप्रचारित जल-जीवन-हरियाली योजना के लिए 6 हजार करोड़ रूपये खर्च करने का प्रावधान हुआ. सीएम इसकी घोषणा पहले ही कर चुके थे. डिप्टी सीएम ने कहा कि उनका ये बजट ग्रीन बजट है.

*पटना के IGIMS को सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल में डेवलप करने की घोषणा हुई. सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के लिए 10 हजार करोड़ देने का बजट में प्रावधान किया.

*IGIMS में 138 करोड़ की लागत से 100 बेड के अत्याधुनिक स्टेट कैंसर संस्थान का निर्माण इसी साल पूरा हो जाएगा.

*अनुसूचित जाति-जनजाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग के लिए 11,911 करोड़ रुपए का बजट.

*9 अगस्त 2020 को एक दिन में 2 करोड़ 51 लाख पौधारोपण होगा, 60 लाख पौधे मनरेगा के माध्यम से लगाए जाएंगे.

*राजगीर में 472 एकड़ में 176 करोड़ की लागत से जू-सफारी का निर्माण, 2020 के अंत तक पूरा होगा कार्य.

*नमामि गंगे पर 6145 करोड़, अमृत मिशन पर 2657 करोड़ एशियन डेवलपमेंट बैंक पर 1122 करोड़ रुपए खर्च होंगे.

*पटना शहर में 2020 तक पूरा होगा अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल का निर्माण, 302 करोड़ रुपए खर्च होंगे.

*राज्य सेवाओं में नियुक्ति के लिए महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण, अब तक 20,572 महिलाओं को मिला लाभ.