PATNA: राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर नीतीश-ललन-तेजस्वी पर हमला बोला। सुशील मोदी ने कहा कि ललन सिंह का जलन, नीतीश की महत्वाकांक्षा और तेजस्वी की व्याकुलता के कारण ही बिहार में NDA के साथ गठबंधन टूटा। जलन-महत्वाकांक्षा और व्याकुलता का मिलन होते ही गठबंधन टूट गया। सुशील मोदी ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में कहा कि ललन सिंह इस बात को लेकर जलते थे कि आरसीपी सिंह कैसे मंत्री बन गए मैं क्यों नहीं बना और इसी बात को लेकर उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से हाथ मिला ली।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह अपने मन से केंद्रीय मंत्री बने थे। सीएम नीतीश के इस बयान पर पलटवार करते हुए राज्यसभा सांसद व बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि आरसीपी सिंह अपने मन से केंद्रीय मंत्री बने थे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी से क्यों नहीं निकाला। पार्टी से उनकी सदस्यता समाप्त करने के लिए आवेदन क्यों नहीं दिया। नीतीश कुमार ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी क्यों नहीं लिखी। इससे बड़ा झूठ कुछ भी नहीं हो सकता।
सुशील मोदी ने कहा कि अमित शाह ने दो बार नीतीश कुमार से बातचीत की थी इस वक्त नीतीश कुमार ने खुद आरसीपी सिंह का नाम दिया तब आरसीपी सिंह को केन्द्रीय मंत्री बनाया गया। जो 13 महीने तक वे मंत्री बने रहे उस समय नीतीश कुमार क्यों चुप थे। आज कह रहे हैं आरसीपी सिंह अपने मन से मंत्री बने थे। जब ऐसा था तब अगले दिन ही हटा देना चाहिए था। नीतीश ने 13 महीने तक क्यों बर्दाश्त किया। इस बात से क्लीयर है कि नीतीश कुमार झूठ बोल रहे हैं।
सुशील मोदी ने इस दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और नई सरकार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला। ललन सिंह के बारे में कहा कि इनके कारण जनता दल यूनाइटेड के दर्जनों नेता अपमानित हुए आज वो लोग घुटन महसूस कर रहे हैं। जितना दादागिरी ये लोग दिखाएंगे उतना ही ज्यादा घुटन जेडीयू के भीतर बढ़ता जाएगा।
एनडीए में टूट की वजह बताते हुए सुशील मोदी ने कहा कि इस टूट के पीछे नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा थी जो प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे थे। वही ललन सिंह इस बात को लेकर जल रहे थे कि आरसीपी सिंह कैसे केद्रीय मंत्री बन गये मैं क्यों नहीं बना। इसलिए उन्होंने लालू यादव से हाथ मिला लिया। नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा ललन सिंह का जलन और तेजस्वी यादव की व्याकुलता का जब मिलन हुआ तब एनडीए गठबंधन टूट गया।
तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए सुशील मोदी ने कहा कि चुनावी सभा हो या फिर रैली हर जगह तेजस्वी यह कहते थे कि जिस दिन बिहार में हमारी सरकार बनेगी तो पहले कैबिनेट की बैठक में 10 लाख नौकरी युवाओं को देंगे। उन्होंने बिहार के युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। अब बीजेपी जनता से किए गये वायदों को याद दिलवाने का काम करेगी। 10 लाख युवाओं को नौकरी और किसानों की कर्ज माफी का मुद्दा बीजेपी का होगा। हम इस मुद्दे को लेकर आगे बढ़ेंगे इस मुद्दे को छोड़ेंगे नहीं।
आगे उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि प्रधानमंत्री बनने की उन्हें इच्छा नहीं है लेकिन उनके अगल-बगल के नेता यह नारा लगाते हैं कि देश का नेता कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो। जेडीयू का भी यह बयान आ रहा है कि नीतीश कुमार के अंदर प्रधानमंत्री बनने के सारे गुण है। सब लोगों को पता है कि एनडीए गठबंधन क्यों तोड़ा गया।
सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश मुख्यमंत्री के अलावे कुछ नहीं बन सकते हैं। अपनी महत्वकांक्षी को पूरा करने के लिए उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया और आठवीं बार बिहार में सरकार बनीं। 10 साल के अंदर कोई सरकार डेढ़ साल से ज्यादा नहीं चल पाई है। ऐसी स्थिति में राज्य कैसे आगे बढ़ पाएगा।
नीतीश कुमार ने कहा था मिट्टी में मिल जाऊंगा आरएसएस से हाथ नहीं मिलाऊंगा तब क्यों हमारे साथ आए थे। फिर बोले कि लालू से हाथ नहीं मिलाउंगा फिर क्यों मिला लिये? BJP नेता सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की लोकप्रियता कम होती जा रही है और जनाधार घटता जा रहा है।