PATNA: DM के मुंह पर थूक दीजिये, फूल नहीं जूते की माला पहनाइये वाले बयान पर पूर्व मंत्री और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह पूरी तरह से कायम हैं। उन्होंने कहा कि वे तो अपने समर्थकों को समझा रहे थे कि बिहार के बेलगाम अफसरों को कैसे ठीक करना है। सुधाकर ने कहा है कि उनके जिस बयान को लेकर हायतौबा मचा, उसमें विवादित कुछ भी नहीं था।
दरअसल, किसान नेता राकेश टिकैत के मिलकर अपनी ही सरकार के खिलाफ किसानों के सवाल को लेकर आंदोलन पर उतरे आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने पिछले दिनों भ्रष्ट अधिकारियों के मुंह पर थूकने और उन्हें जूते की माला पहनाने की बात कही थी। सुधाकर सिंह अपने उस बयान पर अब भी कायम हैं। सुधाकर सिंह ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने जो बयान दिया था उसमें विवादित कुछ भी नहीं था।
सुधाकर सिंह ने ने मीडिया से ही पूछ लिया कि इसमें क्या विवादित बयान था मुझे बताया जाए। उन्होंने कहा कि इसमें विवादित कहां कुछ था। क्या बिहार में भ्रष्टाचार नहीं है? क्या अधिकारी पैसे नहीं ले रहे हैं? मैंने तो गांधीवादी तरीसे से बोला था कि ऐसे लोगों का विरोध करना चाहिए। क्या अवैध रूप से धन मांगा जाता है तो लोग विरोध नहीं करते हैं? किसान कमजोर है तो वह अपने तरीके से विरोध दर्ज करेगा, इसमें विवादित कहां कुछ हुआ।
आरजेडी विधायक ने कहा कि अगर कोई अच्छा काम करता है तो उसे फूलों की माला पहनाया जाता है और अगर अधिकारी खराब काम करें तो जूते की माला पहना देना। थूकने वाले बयान के सवाल पर सुधाकर ने कहा कि यह किसी के सामाजिक बहिष्कार का सबसे बड़ा दंड है, जो फांसी की सजा के बराबर है।