1st Bihar Published by: Updated Sun, 08 Aug 2021 07:09:41 AM IST
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PATNA : बिहार के चर्चित सृजन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने भागलपुर के बड़े कारोबारी प्रणव कुमार घोष को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग के मामले में कार्रवाई की गई है। प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक संतोष कुमार मंडल के नेतृत्व में ईडी की टीम ने कार्रवाई की है। कारोबारी पीके घोष पर सृजन घोटाले की साजिश में मुख्य सलाहकार की भूमिका निभाने का आरोप लगा है।
भागलपुर के बड़े कारोबारी में गिने जाने वाले पीके घोष की गिरफ्तारी पटना से हुई है। ईडी ने उन्हें मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत दोषी पाया है। सृजन घोटाला में साजिशकर्ता के तौर पर पीके घोष के ऊपर धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र, फर्जीवाड़ा की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच में पाया गया है कि बड़ी सरकारी राशि सृजन महिला विकास सहयोग समिति के खाते में ट्रांसफर की गई जिसमें पीके घोष ने सूत्रधार की भूमिका निभाई। चर्चा यह है कि भागलपुर के एक और बड़े कारोबारी की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है।
आपको बता दें कि सृजन घोटाला भागलपुर के साथ-साथ सहरसा और बांका में भी उजागर हुआ था। जांच में पाया गया था कि 2003-04 और 2007-08 में पीके घोष ने सृजन महिला विकास सहयोग समिति में प्रोफेशनल टैक्स सलाहकार के रूप में काम किया। सृजन के कार्यालय में नियमित रूप से जाने और मनोरमा देवी का सहयोग करने की बात भी सामने आई है। मनोरमा देवी के बेटी के बयान के हवाले से कहा गया कि वह उनके मुख्य सलाहकार रहे। सृजन घोटाले में हुई लूट के दौरान पीके घोष ने भी जबरदस्त फायदा लिया। पीके घोष मनोरमा देवी बैंक के अधिकारियों और सरकारी कर्मियों के बीच मध्यस्थ की भूमिका में थे।