BHAGALAPUR : बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में मुख्य आरोपियों के खिलाफ शिकंजा और कस गया है. सृजन घोटाले के मुख्य आरोपी अमित कुमार और उसकी पत्नी रजनी प्रिया की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. सृजन संस्था की संस्थापक मनोरमा देवी के बेटे अमित और बहू रजनी प्रिया को इस घोटाले का किंगपिन माना जाता है. सृजन में हुए गड़बड़ झाले को इन्हीं दोनों ने अंजाम दिया.
दोनों अब तक सीबीआई की पहुंच से बाहर हैं लेकिन सीबीआई के अधिकारियों की मौजूदगी में आज से प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने संपत्ति को ज़ब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. इन दोनों की भागलपुर के अलावे सबौर सहित अन्य कई जगहों पर प्रॉपर्टी है. इन सभी संपत्तियों की सूची बनाई गई है. एक्शन के लिए जिले के सदर एसडीओ ने तीन सीओ को अधिकृत किया है और आज से इसकी कार्रवाई शुरू हो गई.
सीबीआई के विशेष न्यायालय के निर्देश पर इस कार्रवाई को किया जा रहा है. भागलपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार में कहा है कि सीबीआई के अधिकारियों को जिला प्रशासन की तरफ से पूरा सहयोग किया जा रहा है. घोटाले के मुख्य आरोपी अमित और रजनी प्रिया अब तक फरार चल रहे हैं पिछले दिनों जब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सृजन घोटाले का मामला उठाया था. तब तेजस्वी ने अमित और रजनी प्रिया को लेकर भी सरकार से तीखे सवाल दागे थे. तेजस्वी यादव ने पूछा था कि सरकार में बैठे किन लोगों का संबंध अमित कुमार और रजनी प्रयास रहा और कैसे और 1600 करोड़ रुपए के सृजन घोटाले को अंजाम दिया गया, सरकार इस पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं.