BHAGALPUR: भागलपुर सृजन घोटाला मामले में कल्याण विभाग ने सीबीआई को भारी मात्रा में कागजात दिए हैं. अपनी प्राइवेट गाड़ी से कल्याण विभाग के अधिकारी सोमवार को कागजात लेकर पटना आये. जिला कल्याण पदाधिकारी से सीबीआई के डीएसपी ने 2007 से 2017 के बैंक स्टेटमेंट, महालेखा की ऑडिट रिपोर्ट सहित और सारे कागज मांगे गये थे.
बता दें कि जिला कल्याण विभाग की राशि वाउचर और बैंकर्स चेक के जरिये सृजन महिला विकास सहयोग समिति के खाते में गई है.सीबीआई ने जिला कल्याण विभाग से सारे वाउचर और चेक की मांग की है. इस मामले में फर्जी तरीके से रुपया ट्रांसफर कर घोटाला किया गया है. सीबीआई इस मामले में 99 करोड़, 88 लाख, 69 हजार, 830 रूपये के घोटाले की जांच शुरू कर दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक 221 करोड़ 60 लाख रूपये सृजन महिला सहयोग समिति के 6 खातो में कल्याण विभाग द्वारा भेजा गया है. बता दें कि इस घोटाले में मुख्य सहयोगी कल्याण विभाग के अधिकारी, कर्मी और बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ोदा और इंडियन बैंक के कर्मचारी शामिल थे. इस लोगों के द्वारा सृजन के खाते में सरकारी पैसा भेजने में सहयोग किया गया, जिसमे जिला कल्याण विभाग द्वारा एफआइआर का आवेदन भी दिया गया है. सृजन मामले में करोड़ों रूपये फर्जी तरीके से फर्जी तरीके से सृजन के खाते में भेजा गया था, जिसमे बैंक के अधिकारी और कर्मचारी के अलावे सृजन के पदाधिकारियों की मिलीभगत भी रही है.
इस मामले में पहला एफआइआर 7 अगस्त 2017 को हुआ था. इसके अलावे बहुत सारे विभाग के जांच में फर्जी पैसे ट्रान्सफर का मामला सामने आया है. इस मामले में एजीकी ऑडिट रिपोर्ट में भागलपुर में जिला कल्याण पदाधिकारी रामलला सिंह, राम इश्वर शर्मा, ललन कुमार सिंह और अरुण कुमार के कार्यकाल में फर्जी पैसे निकलने की बात सामने आई है.