PATNA : बिहार में नई सरकार का गठन हो चुका है। मुख्यमंत्री पद के लिए आठवीं बार शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार अपनी नई सरकार का बहुमत भी 24 अगस्त को विधानसभा में साबित करेंगे। इसके पहले सत्ता बदलने के बाद बिहार विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा का इस्तीफा भी बिल्कुल तय माना जा रहा है। स्पीकर विजय कुमार सिन्हा अविश्वास प्रस्ताव का सामना नहीं करेंगे, यह बात बिल्कुल तय है लेकिन सवाल यह है कि क्या विजय कुमार सिन्हा 15 अगस्त को विधानसभा में झंडोत्तोलन करने के बाद ही इस्तीफा देंगे? विजय कुमार सिन्हा गुरुवार को विधानसभा पहुंचे थे हालांकि इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साधे रखी।
आपको बता दें कि गुरुवार को शहीद दिवस के मौके पर विधानसभा के सामने शहीद स्मारक पर राजकीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पहले से शामिल होते रहे हैं लेकिन सरकार ने मौजूदा अध्यक्ष को इस कार्यक्रम में स्थान नहीं दिया। स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के लिए ऐसे कार्यक्रम में कुर्सी तक नहीं लगाई गई, हालांकि शहीद दिवस के मौके पर विधानमंडल परिसर स्थित अमर जवान ज्योति पहुंचकर विजय कुमार सिन्हा ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भी मीडिया ने सवाल किया था लेकिन विजय कुमार सिन्हा ने सीधे तौर पर कह दिया कि वह जब तक अपने पद पर हैं तब तक किसी सवाल का जवाब नहीं देंगे। वह संवैधानिक पद की गरिमा को समझते हैं।
आपको भी अभी बताते हैं कि विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ जो अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, उसपर विपक्ष के 75 विधायकों की तरफ से हस्ताक्षर किए गए हैं। विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की जानकारी विधानसभा सचिव को दी गई है। अब इस अविश्वास प्रस्ताव का सामना अगर विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष करना चाहते हैं तो उन्हें सदन में अपना बहुमत साबित करना होगा अगर संख्या बल नहीं हुआ तो उन्हें पद से हटा दिया जाएगा और नए अध्यक्ष की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी। बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक विजय कुमार सिन्हा राष्ट्रीय नेतृत्व से हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं। हरी झंडी मिलने के साथ ही वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। बीजेपी के एक बड़े नेता के मुताबिक सरकार जाने के बाद विजय कुमार सिन्हा का सदन में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना किसी भी तौर पर सही नहीं होगा।