PATNA: स्मार्ट मीटर के खिलाफ आरजेडी और कांग्रेस बिहार सरकार पर लगातार हमलावर है। तेजस्वी यादव ने बिहार के सभी प्रखंड मुख्यालय पर 01 अक्टूबर को एक दिवसीय धरना का आह्वान किया है। इससे पूर्व कांग्रेस ने भी आज स्मार्ट मीटर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।
बिहार में स्मार्ट मीटर नीतीश सरकार के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। स्मार्ट मीटर को लेकर लगातार आ रही शिकायतों के बाद आरजेडी को स्मार्ट मीटर उखाड़ फेंको अभियान शुरू करने का एलान करना पड़ गया तो वही कांग्रेस ने भी स्मार्ट मीटर के खिलाफ हल्ला बोला है। बिहार प्रदेश कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर के खिलाफ पूरे राज्य में आंदोलन छेड़ने की घोषणा पिछले दिनों की थी। आज कई जगहों पर स्मार्ट मीटर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया।
कांग्रेस ने पटना के बाढ़ अनुमंडल में नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पूंजीपतियों को आगे बढ़ाने के लिए लोगों का खून चूसा जा रहा है। बाढ़ के कचहरी से लेकर स्टेशन चौक तक पटना कांग्रेस कमेटी ग्रामीण-2 के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार गुरजीत सिंह के नेतृत्व में जन जागरण मार्च निकाला गया। इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
सरदार गुरजीत सिंह का कहना था कि बिहार में जबरन स्मार्ट मीटर लगाने से लोग परेशान हैं। पहले से ज्यादा बिजली बिल आ रहा है। स्मार्ट मीटर पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार को आगे आना चाहिए। पूरे भारत में कांग्रेस स्मार्ट मीटर को बंद कराने का अभियान चला रही है। बिहार की जनता का खून चूसा जा रहा है और पूंजीपतियों की झोली को भरने का काम किया जा रहा है। जब तक स्मार्ट मीटर पर रोक नहीं लगाई जाएगी तब तक इसके खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।
बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर सियासत तेज होती जा रही है। आरजेडी के बाद अब कांग्रेस भी स्मार्ट मीटर के खिलाफ आंदोलन कर रही है। साथ ही ये वादा किया जा रहा है कि यदि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो 200 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी। 01 अक्टूबर को राष्ट्रीय जनता दल हर प्रखंड में एक दिवसीय धरना देगा। जिसके अगले दिन 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन से लेकर 7 अक्टूबर तक कांग्रेस का बिहार के सभी जिला मुख्यालयों में स्मार्ट मीटर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन अभियान चलेगा। इस अभियान की शुरुआत नालंदा से की जाएगी और 16 अक्टूबर को भभुआ में इसका समापन होगा।