ये सुशासन की पुलिस है : मुखिया पति ने पंचायत लगाकर युवक पर बरसवाए 200 डंडे, पीड़ित पर ही SC-ST एक्ट का मुकदमा

ये सुशासन की पुलिस है : मुखिया पति ने पंचायत लगाकर युवक पर बरसवाए 200 डंडे, पीड़ित पर ही SC-ST एक्ट का मुकदमा

SITAMARHI : बिहार के सीतामढ़ी में एक दबंग मुखिया पति ने पंचायत लगा कर विक्षिप्त युवक पर 200 डंडे बरसवाये. बेरहमी से की गयी पिटाई में युवक बुरी तरह घायल हो कर जिंदगी मौत से जूझ रहा है. लेकिन असल कारनामा तो सीतामढ़ी पुलिस ने किया. केस दर्ज हुआ तो मुखिया पति को थाने से ही जमानत दे दी. वहीं पीड़ित युवक और उसके परिजनों पर SC-ST एक्ट के तहत मुकदमा कर दिया गया है. पुलिस के रवैये से नाराज लोग आज सड़क पर उतर आये.


मामला सीतामढ़ी के रीगा प्रथंम पंचायत का है. इस पंचायत में महिला मुखिया हैं लेकिन असल मुखिया तो उनके पति विन्देश्वर पासवान हैं. दो दिन पहले मुखिया पति ने गांव में पंचायत लगाने का एलान किया. जब गांव के लोग पंचायत में पहुंचे तो भरी पंचायत में एक युवक को पकड़ कर लाया गया. मुखिया पति ने सुशील साह नाम के उस युवक को सबके सामने 200 डंडे मारने का आदेश जारी किया. उसके बाद भरी पंचायत में बेरहमी से युवक को 200 डंडे मारे गये. जबकि युवक मानसिक तौर पर विक्षिप्त था. वो चीखता-चिल्लाता रहा लेकिन किसी को रहम नहीं आया.


युवक की हालत गंभीर
बेरहमी से हुई पिटाई से सुशील साह बुरी तरह जख्मी हो गया. उसकी हालत पूरी तरीके से खराब हो गयी. परिजनों ने उसे इलाज के स्थानीय पीएचसी मे भर्ती कराया गया. लेकिन हालत गंभीर थी, लिहाजा उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल में पीड़ित युवक की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. उसके परिजनों के पास इलाज कराने के लिए पैसे भी नहीं है.


असली कारनामा तो सीताम़ढ़ी पुलिस ने किया
गांव के लोगों का आरोप है कि इस मामले में सीतामढ़ी की रीगा थाना पुलिस आरोपी मुखिया पति से बिक गयी. युवक के परिजनों ने मुखिया पति के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी लेकिन पुलिस ने उसे थाने से ही बेल दे दिया. इसके बाद मुखिया पति के बयान के आधार पर पुलिस ने पीडित युवक और उसके परिजनों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर दिया.


लोगों का आक्रोश भड़का
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद लोगों का आक्रोश भड़क गया. गुस्साए लोगों ने रीगा थाना के इमली बाजार को जाम कर दिया और बीमार युवक को रास्ते पर रखकर प्रदर्शन करने लगे. आक्रोशित लोगों ने रीगा थाने के सामने प्रदर्शन कर थानाध्यक्ष को सस्पेंड करने की मांग की. लोगों का कहना है कि पुलिस भी मानती है कि युवक विक्षिप्त है फिर उस पर और उसके परिजनों पर कैसे एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया. विक्षिप्त युवक का कसूर बस इतना था कि मुखिया पति जब टहल रहा था को उसने मुखिया पति के सिर पर एक थप्पड़ जड़ दिया था. स्थानीय लोगों ने बताया कि पीड़ित युवक की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है और वह अंतिम सांसें ले रहा है.


पीड़ित युवक की मां राधिका देवी ने कहा कि पुलिस मुखिया पति पर कार्रवाई करने के बजाय उनके परिवार को ही गिरफ्तार करने की कोशिश में लगी है. वहीं सीतामढ़ी के डीएसपी सदर रामाकांत उपाध्याय ने कहा कि दोनों ओर से मुकदमा किया गया है जिसकी जांच पुलिस कर रही है.