सीतामढ़ी एनकाउंटर मामले में थानेदार की भूमिका संदिग्ध, CCTV फुटेज आया सामने

सीतामढ़ी एनकाउंटर मामले में थानेदार की भूमिका संदिग्ध, CCTV फुटेज आया सामने

SITAMARHI: मेजरगंज थाना क्षेत्र के कोवारी मदन में हुए मुठभेड़ मामले में एक CCTV फुटेज सामने आया है। सीसीटीवी के सामने आने से पुलिस मकहमें में हड़कंप मचा हुआ है। यह फुटेज घटना के दिन सुबह  10 बजकर 59 मिनट की है। जिसे देखने से साफ पता चलता है कि शहीद दारोगा दिनेश राम और चौकीदार लालबाबू पासवान पहली बाइक पर बैठे नजर आ रहे हैं जबकि दूसरी बाइक पर रजा अहमद और चौकीदार बैठे हैं। जब सभी रेड के लिए निकल रहे होते हैं तभी एक मिनट बाद मेजरगंज थाना की गाड़ी उनके पीछे जाती नजर आती है। ऐसे में CCTV फुटेज से कई राज खुलने की संभावना जतायी जा रही है। इस मामले में मेजरगंज थानेदार की भूमिका संदिग्ध दिख रही है।  


CCTV के समय को यदि देखा जाए तो शहीद दारोगा और थाने का पुलिस दल एक साथ छापेमारी के लिए निकला जो वीडियो में सामने आया है। फुटेज के अनुसार सुबह 10:59 बजे शहीद दारोगा दिनेश राम चौकीदार के साथ जाते दिख रहे हैं। तभी ठीक उसके 1 मिनट के अंदर मेजरगंज थाने की गाड़ी भी उसी रास्ते से गुजरती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि यह CCTV फुटेज घटनास्थल से महज एक किलोमीटर और थाना से आधा किलोमीटर की दूरी पर की है।


लोगो की माने तो थाना की गाड़ी में मेजरगंज के थानाध्यक्ष रामदेव प्रसाद मौजूद थे लेकिन जो बात सामने आई उसमें यह बताया गया कि दारोगा दिनेश राम और रजा अहमद बाइक से छापेमारी के लिए निकले थे। CCTV फुटेज में थाने की गाड़ी भी जाती दिख रही है जिसके कारण थानाध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। पुलिस का जो बयान बार-बार आ रहा है उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि पुलिस की ओर से कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की गई थी। इसका मतलब दारोगा दिनेश राम को जब गोली मारी गई तो वहां पर मौजूद किसी पुलिसकर्मी ने जवाबी कार्रवाई नहीं की। इस पूरे मामले को लेकर इंस्पेक्टर रजा अहमद से भी पूछताछ की जा रही है। CCTV के अनुसार मेजरगंज थाने की गाड़ी भी घटनास्थल की ओर जाती दिख रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या थानाध्यक्ष रामदेव प्रसाद और अन्य पुलिसकर्मी के सामने ही यह घटना हुई और क्या पुलिस इस दौरान तमाशबीन बनी रही?


क्या है पूरा मामला 

गौरतलब है कि शराब तस्कर और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से अंधाधुंध फायरिंग की गई थी। जिसमें मेजरगंज थाने के एक चौकीदार लालबाबू पासवान घायल हुए थे जबकि दारोगा दिनेश राम इस दौरान शहीद हो गए। वही मुठभेड़ के दौरान एक अपराधी रंजन सिंह पुलिस की गोली से मारा गया था। घटना मेजरगंज थाना क्षेत्र के कोवारी गांव में हुई थी।मुठभेड़ में शामिल चार अपराधियों में एक मारा गया जबकि दो अपराधियों को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वही तीसरा अपराधी अब भी फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लूटी हुई सर्विस रिवॉल्वर के अलावा एक देसी कट्टा भी अपराधियों के पास से बरामद किया है। एनकाउंटर में दारोगा के शहीद होने के बाद से लगातार कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे थे लेकिन सीतामढ़ी एसपी द्वारा गठित टीम में 3 दिनों के अंदर इसमें शामिल अपराधियों को दारोगा की लूटी हुई पिस्टल के साथ गिरफ्तार करने में सफलता पायी है।


एनकाउंटर मामले में अबतक दो अपराधी गिरफ्तार

शराब तस्कर और पुलिस एनकाउंटर मामले में 2 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अपराधियों के पास से शहीद दारोगा दिनेश राम का सर्विस पिस्टल भी बरामद किया गया है। सीतामढ़ी एनकाउंटर मामले की जांच में जुटी स्पेशल टीम ने शहीद दारोगा दिनेश राम से लूटी गई सर्विस पिस्टल को बरामद किया है। साथ ही दो अपराधी अभिषेक सिंह और टुटू को गिरफ्तार किया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीतामढ़ी एसपी अनिल कुमार ने यह जानकारी दी।