SIWAN : आमतौर पर जब भी जज की गाड़ियां पास करती हैं तो ड्यूटी पर तैनात सिपाही उन्हें सैल्यूट ठोककर आगे जाने का रास्ता देते हैं लेकिन बिहार के सीवान जिले में एक सिपाही ने परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश का रास्ता रोक दिया जिसके बाद काफी अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई. इतना ही नहीं रास्ता रोके जाने के बाद जज को पैदल चलकर कोर्ट तक जाना पड़ा.
दरअसल, सीवान कलेक्ट्रेट गेट पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश ज्योति स्वरूप श्रीवास्तव की गाड़ी रोक दी. मौके पर मौजूद अधिवक्ता संगीता सिंह, जयप्रकाश सिंह और मुन्ना शर्मा ने पुलिस को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन पुलिसकर्मी गेट नहीं खोलने की बात पर अड़ा रहा. इसके बाद प्रधान न्यायाधीश को गाड़ी से उतारकर अपने बॉडीगार्ड के साथ पैदल कोर्ट तक जाना पड़ा.
आपको बता दें कि व्यवहार न्यायालय के पूर्वी परिसर और जिला जज के परिसर से पश्चिमी परिसर आने का एकमात्र रास्ता कलेक्ट्रेट होकर ही है. जिला जज और डीएम के निर्देश पर अधिवक्ता और न्यायिक पदाधिकारियों की गाड़ियों को इस रास्ते का प्रयोग करने कि अनुमति दी गई थी. लेकिन न्यायालय प्रशासन और अधिवक्ता संघ को बिना किसी सूचना के कलेक्ट्रेट का दक्षिणी गेट बंद कर दिया गया जिससे परेशानी बढ़ गई. वहीं जज के साथ हुई घटना के बाद वकीलों ने आपात बैठक बुलाकर घटना की निंदा की और कलेक्ट्रेट का दक्षिणी गेट वकील और जज के लिए खोलने की मांग की.